सामने आई भीषण तीन ट्रेन हादसे की वजह, रेल मंत्री बोले, जिम्मेदारों की कर ली गई पहचान

भीषण तीन ट्रेन हादसे
मौके पर पहुंचे रेल मंत्री।

आरयू वेब टीम। ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेन दुर्घटनास्थल पर चल रहे मरम्मत कार्य का रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ट्रेन हादसे की वजह के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है। हादसे के कारण का पता लग गया है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है। रेल मंत्री ने जिम्‍मेदारों की पहचान अभी उजागर नहीं की है, हालांकि उन्‍होंने यह जरूर कहा है कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की टीम ने प्रेसवार्ता कर उनके हवाले से जानकारी देते हुए कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर को ग्रीन सिंग्नल मिला था, जिसके बाद ही वो आगे बढ़ी। ड्राइवर की हालत अब भी गंभीर है, उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि जिस ग्रीन सिग्नल की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस मेन लाइन से हट कर लूप लाइन में गई, वो सिग्नल ट्रेन के लूप लाइन में जाते ही बंद हो गया। ट्रेन हादसे की जांच में आये इस खुलासे ने केस को और पेचीदा बना दिया है।

…ग्रीन सिग्नल मिला था

ड्राइवर ने अपने बयान में कहा है कि उसे ग्रीन सिग्नल मिला था। ये सिग्नल तब दिया जाता है जब आगे का रूट एकदम क्लियर हो और ड्राइवर ट्रेन को उसकी परमिटेड स्पीड पर पूरी तरह से चला सकता है। दूसरी तरफ से आ रही यशवंतपुर एक्सप्रेस भी अपनी फुल (परमिटेड) स्पीड पर थी। इस बात की पुष्टि लोगों ने भी की।

एक ट्रैक काम लगभग पूरा

रेल मंत्री ने कहा कि कल प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर तेजी से काम चल रहा है। कल रात एक ट्रैक काम लगभग पूरा हो गया। आज एक ट्रैक की पूरी मरम्मत करने की कोशिश रहेगी। सभी डिब्बों को हटा दिया गया है। शवों को निकाल लिया गया है। कार्य तेजी से चल रहा है। कोशिश है कि बुधवार की सुबह तक सामान्य रूट चालू हो जाए। रेल मंत्री के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मरम्मत कार्य को देखने के लिए दुर्घटना स्थल पर मौजूद हैं।

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मालूम हो कि ओडिशा के बालासोर के बहनागा बाजार में शुक्रवार को हुए रेल हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 288 तक पहुंच गई है। 1175 घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया, इनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को दस लाख, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और अन्य घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

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