आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। बैंक में पैसा जमा करने जा रहे बिहारी गैस सर्विस के कैशियर श्याम सिंह की गोली मारकर हत्या के बाद दस लाख रुपए लूट की घटना का शनिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। विभूति खण्ड में हुई इस सनसनीखेज घटना को राजस्थान व हरियाणा के चार बदमाशों ने अंजाम दिया था।
लखनऊ पुलिस ने घटना के 13वें दिन इसमें शामिल बावरिया गैंग के शूटर को गिरफ्तार कर उसके पास से लूटी गयी नकदी में से एक लाख 53 हजार रुपए के अलावा तमंचा, कारतूस व अन्य सामान भी बरामद कर लिया है।
इस बात की जानकारी देते हुए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने प्रेसवार्ता में मीडिया को बताया कि पकड़ा गया शूटर सतवीर सिंह मूल रूप से हरियाणा का रहने वाला है, हालांकि कुछ समय से वो राजस्थान के अलवर जिले के भीमनगर में रह रहा था। मुखबिर की सूचना पर आज पूर्वान्ह विभूति खण्ड पुलिस की टीम ने सतवीर को फैजाबाद रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है।
मास्टरमाइंड समेत तीन की पुलिस को तलाश
एसएसपी ने कहा कि शूटर की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस राजस्थान के अलवर जिले के भीमनगर निवासी व घटना के मास्टमाइंड सुन्दर के अलावा लूट व हत्या में शामिल भीमनगर के ही सोनू व गुड़गांव (हरियाणा) के अनूप ऊर्फ अन्नू की तलाश कर रही है। एसएसपी के अनुसार घटना में शामिल गैंग के ऊपर फैजाबाद में चोरी समेत अन्य धाराओं में चार मुकदमें दर्ज हैं।
ऐसा दिया गया घटना को अंजाम
एसएसपी ने बताया कि इस घटना की पूरी प्लानिंग गैंग के सरगना सुन्दर ने की थी। 14 अक्टूबर को गैंग पीजीआइ इलाके में स्थित एक गेस्ट हाउस में आकर रुका और 15 व 16 अक्टूबर को गैंग ने बैंक व आसपास रेकी की थी। इस दौरान उन्होंने कैशियर श्याम सिंह को बैंक में देखा था। जिसके बाद 29 अक्टूबर (सोमवार) को घटना को अंजाम देने की बात बदमाशों ने फाइनल की।
तय समय के दिन चारों बदमाश दो बाइक से बैंक के पास पहुंचें और श्याम सिंह का इंतजार करने लगे। पैसा जमा करने पहुंचे श्याम सिंह बैंक के पास बाइक खड़़ी ही कर रहे थे, तभी सुंदर के इशारे पर उनके पास पहुंचे सतवीर ने गोली मारकर कैश से भरा बैग लूट लिया और अन्नू के साथ स्पेलेंडर बाइक से भाग निकला।
सतवीर ने पुलिस को बताया कि घटना को अंजाम देने के बाद अलग-अलग रास्तों से होते हुए चारों चारबाग में मिले और वहीं पर सुंदर ने रुपयों वाला बैग लेकर उससे वापस जाने को कहा। जिसके बाद वो वापस घर चला गया। घटना के दो दिन बाद सुंदर भी अलवर पहुंचा और उसके हिस्से के दो लाख रुपए उसे दिए थे।
शक न हो इसलिए करता था बच्चे का इस्तेमाल
सतवीर भले ही अब पुलिस के शिकंजें में फंस चुका है, लेकिन उसने घटना करने से लेकर घटना के बाद तक बचने में अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी थी। पॉकेटमारी के जरिए अपराध की दुनिया में आने वाला सतवीर हमेशा अपने साथ पड़ोसी के करीब नौ साल के बच्चे को रखता था, जिससे कि उसपर किसी को कोई शक न हो। दिनदहाड़े हत्या के बाद लूटकर सनसनी मचाने वाली घटना को अंजाम देने से पहले भी वो एक बच्चे के साथ ही गेस्ट हाउस में ठहरा था, और घटना को अंजाम देने के बाद वो मासूम को लेकर वापस अलवर लौट गया था। हालांकि घटना के समय उसने बच्चे को गेस्ट हाउस के बाहर ही छोड़ दिया था। सतवीर ने घटना को अंजाम देने के बाद बच्चे के पिता को दस हजार रुपए भी दिए थे। पुलिस मासूम के पिता के बारे में भी पता लगा रही है।
हत्या व लूट के दौरान रास्ते में ही सतवीर बदलता रहा कपड़ें
सतवीर ने पुलिस से बचने के लिए एक और तरकीब लगायी थी। उसने पुलिस को बताया कि वह गेस्ट हाउस से निकलते समय बैग में लोवर व टी शर्ट लिए हुए था। रास्तें में उसने शर्ट उतारकर टी शर्ट, जबकि पैंट के ऊपर से ही लोवर पहन ली। वहीं घटना को अंजाम देने के बाद उसने एक बार फिर रास्ते में ही कपड़ा बदलते हुए लोवर और टी-शट्र को उतारकर बैग में रख लिया। जिससे कि वो पुलिस की आंख में धूल झोंक सके। शूटर की इन हरकतों से साफ हो गया कि बदमाशों ने न सिर्फ कैशियर की बल्कि पुलिसिंग की भी बखूबी रेकी की थी।
दावा विरोध पर मारी गोली, सवाल भी उठें
वहीं इस खुलासे के दौरान शूटर सतवीर ने दावा किया कि उसने कैशियर श्याम सिंह को गोली बैग छीनने के दौरान लूट का विरोध करने पर मारी थी। ऐसा करने के लिए उसे मास्टरमाइंड सुंदर ने कहा था। वहीं पुलिस ने भी शूटर की बात पर सहमति जाहिर कर दी। हालांकि शूटर और पुलिस के दावे के बाद सवाल उठता है कि विरोध करने की स्थिति में श्याम को सामने से गोली मारी जानी चाहिए थी, जबकि उन्हें गोली पीछे से मारी गयी थी जो सीने से पार हो गयी थी। समझा जा रहा है कि शूटर ने पहले ही तय कर लिया था कि श्याम के पास पहुंचते ही गोली मारने के बाद उससे बैग छीनकर फरार होना है और अब कोर्ट में अपनी बचत के लिए विरोध पर गोली मारने की बात कह रहा है।
25 हजार रुपए के नकद इनाम की घोषणा
वहीं इस सनसनीखेज घटना के खुलासे में अहम भूमिका निभाने वाली विभूति खण्ड पुलिस के अलावा स्वॉट, सर्विलांस, क्राइम ब्रांच व एंटी डकैती सेल के जवानों को भी एसएसपी ने 25 हजार रुपए के नकद इनाम देने की घोषणा की है।