आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर आरोपों का दौरा जारी है। इसी कड़ी में सपा के सांसद राम गोपाल यादव बुधवार को चुनाव आयोग पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मैनपुरी जिला प्रशासन के अधिकारियों पर अनुचित तरीके अपनाने का गंभीर आरोप लगाया है।
सांसद राम गोपाल यादव ने कहा कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा अनियमितताओं के बारे में चुनाव आयोग को शिकायत करते हुए कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है, ताकि वे एजेंट न बन सकें। उन्होंने आरोप लगाया कि मैनपुरी सीडीओ ने प्रधानों और कोटेदारों से कहा कि अगर भाजपा उनके मतदान केंद्रों पर नहीं जीती तो वे अपने पदों पर नहीं रहेंगे।
मैनपुरी उपचुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव मैदान में हैं, हालांकि मुलायम सिंह यादव की परंपरागत सीट होने व अखिलेश यादव के साथ खुलकर चाचा शिवपाल यादव के खड़े होने की वजह से यहां पर सपा प्रत्याशी की जीत पक्की मानी जा रही, लेकिन भाजपा समेत सीएम योगी आदित्यनाथ भी जीत के लिए पूरा जोर लगाएं हैं। यहां सीएम ने कई रैली कर सपा खेमे में कुछ हलचल मचा दी है।
दूसरी ओर रामपुर उपचुनाव को लेकर भी पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों पर ऐसे ही संगीन आरोप लग रहें हैं, लेकिन रामगोपाल यादव ने अपनी शिकायत में मैनपुरी पर ध्यान आकर्षित किया है। इससे पहले समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया था कि मैनपुरी में चुनाव ड्यूटी से समुदाय विशेष के पुलिसकर्मियों को चुनाव ड्यूटी से हटा लिया गया है।
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बता दें कै रामपुर और खतौली से भी ऐसी ही शिकायतें भाजपा को लेकर आईं थी। तब समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने आरोप लगाया था कि रामपुर में उपचुनाव की जरूरत क्या है। अखिलेश यादव को चाहिए कि अपना प्रत्याशी हटा लें और चुनाव आयोग को चाहिए कि वो बीजेपी को जीता हुआ घोषित कर दें।
सपा नेता आजम खान ने आरोप लगाया था कि पुलिस आधी रात में जाकर लोगों के दरवाजे खुलवाकर उन्हें धमका रही है कि अगर सपा को वोट दिया तो सारे घर वाले गिरफ्तार कर लिए जाओगे। इसी तरह के आरोप खतौली में रालोद ने भी लगाए हैं। रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उपचुनाव भी भाजपा अपनी साख के बल पर नहीं जीतना चाहती।