आरयू वेब टीम। देशभर में कोरोना वायरस का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना ने दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन के बाद अब लोकसभा सचिवालय में भी दस्तक दे दी है। दरअसल, लोकसभा सचिवालय में कार्यरत एक कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि हुई है। वह हाउस कीपिंग डिपार्टमेंट में काम करता है। फिलहाल, उसका इलाज राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति भवन में कोरोना वायरस (कोविड-19) का मामला सामने आने के बाद बाद स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार 125 परिवारों को एहतियात के तौर पर अनिवार्य रूप से सेल्फ आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है।
मालूम हो कि प्रेसिडेंट एस्टेट में अपने परिवार के साथ रहने वाली एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है, जिसके बाद पूरे राष्ट्रपति भवन परिसर में हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजिटिव महिला को उपचार के लिए आरएमएल अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जबकि उसके पति और परिवार के सदस्यों के साथ करीब 125 परिवारों को होम क्वारेंटाइन में रहने के निर्देश दिए गए हैं।
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बताया जाता है कि राष्ट्रपति भवन में काम करने वाले सौ से ज्यादा सफाईकर्मी, माली और देखरेख करने वाले अन्य लोग भी इस दौरान महिला के पति के संपर्क में आए थे, जिसके बाद खतरा और भी ज्यादा बढ़ गया है। कोरोना पॉजिटिव केस आने के बाद राष्ट्रपति भवन की सतर्कता बढ़ा दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, प्रेसिडेंट एस्टेट में रहने वाली जिस महिला को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, उसकी सास भी कुछ दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं। बाड़ा हिंदूराव इलाके में रहने वाली महिला की सास की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बताया जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिव सास के संपर्क में आने के बाद महिला को भी कोरोना हो गया था। कुछ दिन बाद जब महिला की तबीयत खराब होने लगी और उसमें कोरोना के लक्षण दिखने लगे तो महिला का टेस्ट कराया गया, जिसमें वो कोरोना पॉजिटिव पाई गई।