आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। नोटबंदी के दो साल बीतने के बाद भी इस मुद्दों को लेकर कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पीछा छोड़ने के मूड में नहीं दिखाई दे रही है। कांग्रेस ने सोमवार को गोमतीनगर स्थिति रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) के कार्यालय के बाहर धरना देकर न सिर्फ नोटबंदी को संगठित लूट, बल्कि मोदी सरकार को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ तोड़ने वाली सरकार भी बताया है। इतना ही नहीं कांग्रेस ने नोटबंदी से जुड़ें कई सावालों को उठाते हुए उसके जवाब नरेंद्र मोदी से मांगें हैं।
इस दौरान प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने हमला बोलते हुए कहा कि नोटबंदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपरिपक्वता और भ्रष्टाचार में संलिप्तता का उदाहरण है। नोटबंदी लागू करते हुए जो वादे देश की जनता से उन्होंने किए थे वह सब झूठ और बेमानी साबित हुए है।
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उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार की तुलना में जीडीपी दो प्रतिशत गिर गई, जिससे तीन लाख मिलियन डालर का नुकसान देश को झेलना पड़ा है और लाखों युवा बेरोजगार हो गए। सरकार से नोटबंदी पर श्वेतपत्र लाने की मांग करते हुए कहा अजय कुमार ने कहा कि पीएम को जवाब देना चाहिए कि आखिरकार नोटबंदी के असली लाभार्थी कहां हैं? इसका उद्देश्य काले धन को खत्म करना बताया गया था, लेकिन बैंकों में 99.3 प्रतिशत मुद्रा वापस आ गयी तो कालाधन कहां गया?
मजबूत होने की जगह बदहाल हो गयी अर्थव्यवस्था: दीपक सिंह
वहीं कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी लागू करते हुए देश की जनता से यह वादा किया था कि मुझे मात्र 50 दिन दीजिए अर्थव्यवस्था पटरी पर आ जायेगी, लेकिन आज नोटबंदी के 730 दिन बीत जाने के बाद भी देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होने की जगह बदहाल व चौपट हो चुकी है।
दीपक ने नोटबंदी पर सवाल उठाते हुए आगे कहा कि आतंकवाद, नक्सलवाद समाप्त होने का वादा भी जुमला साबित हुआ। भारतीय अर्थव्यवस्था में गिरावट आयी, एनपीए बढ़ता जा रहा है और रिजर्व बैंक असहाय क्यों है?
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धरने को पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, विधायक आराधना मिश्रा ‘मोना’ समेत कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया।
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. उमा शंकर पाण्डेय ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर के निर्देश पर आज प्रदेश भर के जिला एवं शहर कांग्रेस अध्यक्षों, वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में सभी जिला/शहर मुख्यालयों में नोटबंदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कांग्रेस ने नोटबंदी के समय पीएम द्वारा किए गए वादों और अपने ही पैसों के लिए आम जनता को हुई परेशानियों का हिसाब प्रधानमंत्री से मांगा गया।
प्रदर्शन में कांग्रेस के शहर अध्यक्ष बोधलाल शुक्ला, जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी, पूर्व मंत्री राजबहादुर, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, विनोद चैधरी, हाजी सिराज मेंहदी एवं श्यामकिशोर शुक्ला, पूर्व सांसद एपी गौतम, डॉ. आरपी त्रिपाठी, अनुसुइया शर्मा, ओंकारनाथ सिंह, अशोक सिंह, अनीस अंसारी, डॉ. उमाशंकर पाण्डेय, विशाल राजपूत, प्रियंका गुप्ता, पुष्पेंद्र सिंह, सुनीता रावत, सिद्धिश्री, लक्ष्मी वर्मा, नसीम खान, गौरी पाण्डेय, अयाज खान ‘अच्छू’, राजेश सिंह काली, नितिन शर्मा, चन्द्रप्रकाश, प्रभाकर मिश्रा समेत कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता व नेता मौजूद रहें।