आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गुजरात में यूपी-बिहार समेत अन्य हिंदी भाषी राज्यों के लोगों के साथ हो रही हिंसक घटनाओं के विरोध में मंगलवार को कांग्रेस ने हजरतगंज इलाके में भाजपा सरकार का पुतला फूंककर विरोध-प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने कहा कि 40 हजार से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं, इसके बाद भी भाजपा सरकार ने उन्हें रोकने के प्रबंध नहीं किए। जबकि वड़ोदरा के एसपी एक ऑडियो में ये कहते हुए सुने जा रहें हैं कि ये बाहरी लोग हैं, इन्हें चले ही जाना चाहिए। ये घटना न सिर्फ दुःखद है, बल्कि अमानवीय भी है।
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वहीं आज घटना के विरोध में कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय से शहर अध्यक्ष बोधलाल शुक्ला और जिलाध्यक्ष गौरव चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेसी जुलूस निकालकर विधानसभा के सामने धरना देने जा रहे थे। इसी बीच लालबहादुर शास्त्री मार्ग पर पुलिस ने बैरीकेडिंग लगाकर कांग्रेसियों को रोकने लगी, जहां पुलिस से धक्का-मुक्की के बाद प्रदर्शनकारियों ने भाजपा सरकार का पुतला फूंकने के साथ ही नारेबजी की।
इस मौके पर कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के गृह राज्य में इस प्रकार की घटना और ऐसा घृणित वातावरण अत्यंत दुःखद और निदंनीय है। अगर इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो पूरे देश में अराजकता का माहौल उत्पन्न हो जाएगा, जो भारतीय एकता, अखण्डता और सद्भाव के लिए घातक है।
इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेंद्र कुमार सिंह ने अपने एक बयान में कहा कि यूपी के साथ ही भाजपा की गुजरात सरकार गरीब, मजदूर व गुजरात छोड़ने के लिए मजबूर लोगों के लिए बात करने की जगह उन नागरिकों के बारे में बात न करके दूसरी पार्टियों पर ही आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही हैं, जबकि कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी पूरी तरह से राज्य सरकार की होती है।
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पुतला दहन के दौरान पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ला, पूर्व आइएएस अफसर अनीस अंसारी, विनोद मिश्रा, प्रदीप कनौजिया, मनोज तिवारी, सुशीला शर्मा, शीला मिश्रा, नूतन बाजपेयी, नीरज तिवारी, अयाज खान अच्छू, श्यामनरायन तिवारी, अयूब सिद्दीकी, शमशाद आलम, समीरवली खां, शब्बीर हाशमी, एसके द्विवेदी, मनोज शुक्ला भी मौजूद रहें।