आरयू वेब टीम। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने शनिवार को घोषणापत्र जारी कर दिया है। राजद ने घोषणापत्र में दस लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया गया है और इसे टॉप प्रायोरिटी में रखा है। घोषणापत्र में किए गए वादों का उल्लेख करते हुए पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि नौकरी देने के नाम पर भाजपा लोगों को बेवकूफ बना रही है। उन्होंने कहा कि उनका वादा असली है, वो चाहते तो वो भी एनडीए की तरह झूठा 50 लाख नौकरियों का वादा कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं किया। हम जो कहते हैं, कर के दिखाते हैं। तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने वही वादा किया है, जो असलियत में विभागों में पद खाली हैं।
इस दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारे घोषणा पत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, ग्रामोत्थान, सरकारी नौकरियों में सुधार, सांस्कृतिक उन्नयन, जलवायु परिवर्तन के लिए संकल्प आदि शामिल किए गए हैं। वहीं भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि, जो लोग दस लाख नौकरी के वादे पर उनकी आलोचना कर रहे थे, उन्हें भी अब समझ में आ गया है, कि मौजूदा समय में साढ़े चार लाख पद शिक्षा विभाग में खाली पड़े हैं। इनके अलावा चिकित्सा और पुलिस विभाग में भी पद खाली हैं।
यह भी पढ़ें- बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने भी जारी की 21 उम्मीदवारों की लिस्ट, जानें किसे कहां से मिला टिकट
तेजस्वी ने कहा कि वो भाजपा की तरह कचड़ा साफ करने और पकौड़ा तलने वाला रोजगार की बात नहीं कर रहे बल्कि सरकारी नौकरी देने की बात कर रहे हैं। तेजस्वी ने पूछा कि भाजपा बताए कि उनका मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन है? नीतीश जी ने तो पहले ही दस लाख नौकरियों पर हाथ खड़े कर दिया, अब भाजपा कैसे 19 लाख नौकरियां देगी? उन्होंने कहा कि लोगों को धोखा न दे बीजेपी। लेकिन उनकी सरकार संविदाकर्मियों का मानदेय दोगुना करेगी।
इसके अलावा राजद के घोषणापत्र में उच्च शिक्षा, कर्जमाफी, स्मार्ट गांव, स्वयं सहायता समूह और उद्योगों को बढ़ावा देने के समेत 17 वादे किए गए हैं। घोषणापत्र पर महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव का कहना है कि यह ‘प्रण हमारा संकल्प बदलाव का’ पर आधारित है।