आरयू ब्यूरो, लखनऊ। एटा में पुलिस द्वारा अधिवक्ता राजेंद्र शर्मा एवं उनके परिवार की पिटाई पर राष्ट्रीय लोकदल ने अफसोस जतातेे हुए लोकतंत्र पर बदनुमा दाग बताया है। साथ ही भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार में हो रही इस तरह की घटनाएं अग्रेंजी हुकूमत का भी रिकॉर्ड तोड़ रहीं रही हैं।
शनिवार को रालोद के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना ने कहा कि सरकार के इशारे पर, जिस प्रकार घर में घुसकर अधिवक्ता और उसके परिवार की पिटाई की गयी एवं उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश के बावजूद उनके मकान पर कब्जा कराया गया, जो न्यायालय के आदेशों की अवहेलना है।
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अंकुर सक्सेना ने कहा कि यह घटना सरकार की विफलता का परिणाम है। सरकार कानून एवं विधि व्यवस्था को बनाये रखने में फेल हो चुकी है, जिसके परिणाम स्वरूप एटा पुलिस ने भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी के दबाव में जिले के सरकारी अधिवक्ता के घर में घुसकर सभी सदस्यों के साथ जबरन मारपीट की, जिसमें महिलाएं और बच्चे भी घायल हुए हैं। पुलिस द्वारा फर्जी तरीके से जमीन पर जबरन कब्जा कराने के लिए किए गए इस उपद्रव में परिवार के सदस्यों के उपर फर्जी तरीके से जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया, जो मानवाधिकारों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन है।
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इसके अलावा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा की गयी गुंडई एवं अधिवक्ता परिवार पर दर्ज किये गये फर्जी मुकदमें के लिए दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायधीश से जांच कराई जाए।