जलभराव वाले इलाकों में सभी स्कूल रहेंगे बंद, केजरीवाल ने की घोषणा

सभी स्कूल बंद
जलभराव से बनी बाढ़ जैसी स्थिति।

आरयू वेब टीम। दिल्ली में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। यमुना का पानी खतरे के निशान को पार कर चुका है, जिससे दिल्ली के निचले इलाके डूबने की कगार पर हैं। घरों में पानी घुस गया है। लोग घर से बेघर हो गए हैं। ऐसे में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने जलभराव वाले सभी इलाकों के सरकारी व प्राइवेट स्कूल बंद रखने की घोषणा की है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। केजरीवाल ने कहा कि जिन इलाकों में जलभराव है, वहां सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। साथ ही यमुना में बढ़ते जल स्तर की वजह से वजीराबाद, चन्द्रावल और ओखला वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करने पड़ रहे हैं। इस वजह से दिल्ली के कुछ इलाकों में पानी की परेशानी होगी। जैसे ही यमुना का पानी कम होगा, इन्हें जल्द से जल्द चालू करने की कोशिश करेंगे।

वहीं, दिल्ली की लोक निर्माण विभाग मंत्री आतिशी ने कहा कि दिल्ली में पहली बार यमुना के पानी का स्तर इतना बढ़ा है। 1978 में जब दिल्ली में बाढ़ आई थी उससे करीब 1.5 मीटर ज्यादा पानी इस बार आया है। जब जलस्तर इतना ऊंचा हो जाएगा तो यमुना अपने तट से बाहर निकलेगी…पानी के बहाव को काबू में नहीं किया जाता है। हम लोगों को लगातार निकाल रहे हैं। हमारे लिए लोगों की जान बचाना ज्यादा जरूरी है।

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यमुना नदी के जलस्तर बढ़ने से आई बाढ़ से ग्रस्त गाजियाबाद और दिल्ली के मिश्रित इलाके बदरपुर खादर से एनडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा। राहत व बचाव कार्य के चलते एडीआरएफ की टीम सबसे पहले महिलाओं और छोटे बच्चों को बोट में बैठा रहे हैं, ताकि इन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। साथ ही इनकी जरूरत के सामान को भी बोट के अंदर रखा जा रहा है। अभी भी बड़ी संख्या में महिलाएं बच्चे और लोग बदरपुर खादर के मकानों में अंदर फंसे हुए हैं।

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