गोमतीनगर में AAP के कार्यालय का उद्घाटन कर संजय सिंह ने CM योगी से पूछा, दस दिन में तीन अफसर कैसे करेंगे 65 जिलों के घोटालों की जांच, गंभीर आरोप भी लगाएं

संजय सिंह

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। विवादों के चलते कार्यालय बंद होने पर एक बार फिर शुक्रवार को आम आदमी पार्टी ने गोमतीनगर में ही अपना कार्यालय खोला है। विनय खंड तीन स्थित इस कार्यालय का शुक्रवार को आप के सांसद व प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने उद्घाटन करने के साथ ही योगी सरकार पर हमला बोला है।

गुरुवार को ही सीएम योगी द्वारा बनाई गयी तीन आइएएस अफसरों की एसआइटी पर सवाल उठाते हुए संजय सिंह ने सीएम से पूछा है कि यूपी के करीब 65 जिलों में कोरोना काल के दौरान ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर व अन्‍य सामानों की खरीद में भारी घोटाला हुआ है। अब सीएम बताएं की मात्र तीन आइएएस अधिकारियों की एसआइटी सिर्फ दस दिनों में 65 जिलों के गांव से लेकर शासन तक कैसे जांच कर रिपोर्ट दे पाएगी। तीन अधिकारी कैसे इतने सारे जिलों की जांच कर पाएंगे? वह स्पाइडर-मैन है कि उड़ कर चले जाएंगे?

संजय सिंह ने पत्रकारों से आगे कहा कि, योगी सरकार में बैठे तमाम बुद्धिजीवी समझाएं कि तीन अधिकारी इतने बड़े प्रदेश और प्रदेश के 11,0000 गांव, 59,000 पंचायत, नगर निगमों के, नगर पंचायतों के और नगर पालिकाओं के 12,000 वार्ड की तीन आईएएस अधिकारी दस दिन में कैसे जांच कर लेंगे?

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संजय सिंह ने नए कार्यालय के उद्धाटन के मौके पर आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि योगी सरकार घोटाले की जांच के लिए एसआइटी गठन की बात कह रही है। एसआइटी सिर्फ गुमराह करने और भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कार्रवाई है। निष्पक्ष जांच सीबीआइ या हाई कोर्ट के सिटींग जज की अध्यक्षता में बनी एसआइटी से ही हो सकती है। बिना इसके भ्रष्टाचारियों पर एफआइआर और उन्‍हें जेल भेजने की कार्रवाई नहीं हो सकती। इसलिए हम फिर से अपनी मांग दोहरा रहे हैं कि इसकी सीबीआइ जांच कराई जाए। मैंने चिट्ठी भी लिखी है और सीबीआइ को तमाम साक्ष्य भी दूंगा।

कोरोना घोटाले के मुद्दे को देश के सर्वोच्च सदन में…

संसद का सत्र 14 तारीख से शुरू होने जा रहा है। पूरी मजबूती के साथ योगी सरकार के इस कोरोना घोटाले के मुद्दे को देश के सर्वोच्च सदन में उठाने की पूरी कोशिश करूंगा। सीबीआइ जांच और एसआइटी जांच के लिए जरूरत पड़ी तो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाऊंगा।

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उत्तर प्रदेश के 65 जिलों में ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, एनालाइजर, पीपीई किट से लेकर टूथपेस्ट तक की खरीद में घोटाला हुआ है। यानी यह सरकार घोटालों की सरकार बन गई है और योगी सरकार ने कांग्रेस को भी घोटालों और भ्रष्टाचार में पीछे छोड़ दिया है।

जिला से प्रदेश स्तर तक के अधिकारी शामिल

आप के सांसद ने तर्क देते हुए कहा कि यह बात मैं इसलिए कह रहा हूं कि कल तक यह बात चलाई जा रही थी कि यह घोटाला मात्र ग्राम पंचायत स्तरों तक हुआ है मगर ऐसा नहीं है यह 65 जिलों का घोटाला है। इसमें सिर्फ ग्राम पंचायत स्तर के अधिकारी ही नहीं, जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के अधिकारी शामिल है। इसमें उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ऊपर से नीचे तक डूबी है।

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आरोप लगाते हुए संजय सिंह ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन के पास प्रदेश में चिकित्सीय उपकरणों की आपूर्ति का जिम्मा है। यह एक सरकारी संस्था है, जिसके माध्यम से चिकित्सीय उपकरणों की आपूर्ति की जाती है। इसने ऑनलाइन आठ सौ रुपये में मिलने वाले ऑक्सीमीटर को 1305 रुपए में खरीदा है और जो थर्मोमीटर ऑनलाइन 18 सौ रुपए में मिलता है, बगैर दाम कम कराए, बिना किसी पैरवी के,बिना किसी टेंडरिंग के, वह थर्मोमीटर मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन ने 52 सौ रुपए में खरीदा है। इस भ्रष्टाचार के बारे में सरकार के अधिकारियों को पता नहीं था, यूपी सरकार को पता नहीं था, यह पूरी तरह से असत्य व गलत है।

18 सौ में मिलने वाला थर्मोमीटर तीन हजार में खरीदा

संजय सिंह ने दावा करते हुए पत्रकारों से कहा कि सप्लाई कारपोरेशन में सीएम योगी के खास अफसर बैठे हैं। इन्हीं अफसरों ने सप्लाई में 300-400 गुना भ्रष्टाचार किया है। प्रदेश के जिला बिजनौर का हवाला देते हुए प्रदेश प्रभारी ने बताया कि यहां 18 सौ में मिलने वाला थर्मोमीटर तीन हजार में खरीदा गया और जो ऑक्सीमीटर आठ सौ में आता है, उसे 33 सौ में खरीदा गया। बाकी सामानों को मिलाकर प्रति किट 20 हजार का भुगतान किया गया है।

सरकारी वेबसाइट के जेम पोर्टल पर 1,45,000 रूप्ये में मिलने वाले एनालाइजर की खरीद प्रदेश सरकार ने 3,30,000 रूपये में की। आप को जानकर हैरानी होगी कि योगी सरकार ने इसे 330000 में खरीदा कहां की कंपनी से? खुद को राष्ट्रवादी बताने वाली योगी सरकार ने इसको दोगुना दाम देकर खरीदा चीन की कंपनी से खरीदा है। ऐसे समय में जब चीन से युद्ध की स्थिति बनी है, चीन के साथ सीमा विवाद की स्थिति बनी हुई है।

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साथ ही आप यूपी प्रभारी ने कहा कि सीएम योगी रोज टीम 11 की मीटिंग ले रहे थे, इसका मतलब आप को पता था कि ऑक्सीमीटर कितने में खरीदा जा रहा है? थर्मामीटर कितने में खरीदा जा रहा है? एनालाइजर कितने में खरीदा जा रहा है? यह बिल्कुल संभव नहीं है कि रोज बैठक के बावजूद योगी जी को कुछ भी पता न हो।

योगी जी कि मर्जी हो तो इसको भी करा सकते हैं बंद 

वहीं नए कार्यालय के बाबत मीडिया के सवाल पर आपके प्रदेश प्रभारी ने कहा कि पहले वाले कार्यालय (गोमतीनगर के विजय खंड स्थित) में मैंने दो-तीन प्रेसवार्ता की। जिसमें योगी सरकार के जातिवादी चेहरे को उजागर किया और इनके क्रियाकलाप को उजागर किया। इसके बाद उन्होंने हमारा कार्यालय बंद करा दिया। कोई बात नहीं हमने आज दूसरा कार्यालय खोल लिया है। योगी जी की मर्जी हो तो इसको भी बंद करा सकते हैं। वह सर्वशक्तिमान हैं। हम लोग काम करने के लिए जनता के मुद्दों को उठाने के लिए समर्पित है।

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इस अवसर पर आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, मुख्य प्रवक्‍ता वैभव महेश्‍वरी, प्रदेश सह प्रभारी बृज कुमारी, नदीम असरफ जायसी,  महिला विंग की प्रदेश अध्यक्षा नीलम यादव, सीवाइएसएस के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे, प्रदेश उपाध्यक्ष  इमरान लतीफ व विजय सिंह, किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष महेश त्यागी भी मौजूद रहे।