आरयू वेब टीम। लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच संसद में गतिरोध लगातार बना हुआ है। लोकसभा से कल पूरे सत्र के लिए निलंबित किए गए सांसदों ने नए संसद भवन के मेन गेट पर प्रदर्शन किया। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मेन गेट पर बैठे निलंबित सांसदों से जाकर मुलाकात की।
इसके बाद निलंबित सांसदों के साथ-साथ विपक्षी दलों के तमाम सांसदों ने प्लेकार्ड लहराते हुए संसद भवन परिसर में स्थित गांधी प्रतिमा के पास जाकर प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों के हंगामे और सत्तापक्ष के अड़ियल रवैए के कारण आज भी लोकसभा की कार्यवाही नहीं चल पाई।
शुक्रवार को जैसे ही सुबह 11 बजे लोक सभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसद प्लेकार्ड लहराते हुए और नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। सदन की स्थित को देखकर पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने कुछ ही सेकंडों के भीतर लोकसभा की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया, जबकि विपक्षी सांसद लोकसभा की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में सदन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी कर रहे थे।
इसके बाद वे सदन के बाहर गांधी प्रतिमा के सामने शुक्रवार को विपक्ष के 14 निलंबित सांसदों (13 लोकसभा और एक राज्यसभा) ने प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि दोनों सदनों में विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है।
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डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि भाजपा बार-बार कह रही है कि केवल वे ही हैं, जो देश की रक्षा कर सकते हैं, लेकिन वे संसद की भी रक्षा नहीं कर पा रहे। प्रधानमंत्री वहां अंदर हो सकते थे। संसद में वे अपने ही प्रधानमंत्री की रक्षा नहीं कर सके और फिर कह रहे हैं कि हम इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं…। जो कुछ भी हुआ, उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। वहीं कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने कहा कि इंडिया गठबंधन के सभी सांसद एकजुट हैं और कल हम सभी को अलोकतांत्रिक तरीके से निलंबित कर दिया गया। हम गांधी प्रतिमा के सामने मौन प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध जारी रखेंगे।