सपा नेताओं को अखिलेश ने चेताया, यूपी विधानसभा चुनाव को पूरी गंभीरता से होगा लेना, धांधली की तैयारी में लगी भाजपा

धांधली की तैयारी

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा का चुनाव होने में करीब डेढ़ साल का समय बाकी है, लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने अभी से ही इसकी तैयारी तेज करने का मन बना लिया है। रविवार को इसी क्रम में यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के वरिष्‍ठ नेताओं के साथ सपा मुख्‍यालय पर बैठक कर चुनावी रणनीति पर चर्चा की।

बैठक में अखिलेश ने सपा नेताओं को चेताते हुए कहा है कि साल 2022 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव को हमें पूरी गंभीरता से लेना होगा। सपा अध्‍यक्ष ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भाजपा चुनाव में धांधली कि तैयारी में है। झूठे आरोप अभी से ही सपा को बदनाम करने की साजिशें होने लगी है। समाज में नफरत और अफवाह के जरिए भ्रम और भय फैलाने की भाजपा की रणनीति से हमें सावधान रहना है।

…भाजपा की साजिशों का मुकाबला कर सकेंगे

साथ ही अखिलेश ने बैठक में मौजूद विधायकों व सपा के अन्‍य नेताओ से कहा कि सपा को बूथ स्तर तक मजबूत बनाकर हम भाजपा की साजिशों का मुकाबला कर सकेंगे। आप लोग गांव-गांव चौपाल लगाकर सपा सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताया जाना जारी रखे। कार्यकर्ता अपने बीच जिम्मेदारियां बांटकर जनता से संवाद स्थापित करें।

गरीब, पिछड़ों, दलित और अल्पसंख्यकों के…

बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए अखिलेश ने कहा कि सामाजिक न्याय का मुद्दा युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ जुड़ा है। गरीब, पिछड़ों, दलित और अल्पसंख्यकों के प्रति भाजपा सरकार का रवैया द्वेषपूर्ण हैं इनकी छात्रवृत्ति बंद हो गई और फीस की क्षतिपूर्ति भी नहीं हो रही। किसान की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है।

बीजेपी सरकार ने बढ़ाई है मंहगाई 

यूपी के पूर्व सीएम ने भाजपा पर हमला जारी रखते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने मंहगाई बढ़ाई है। सामाजिक सद्भाव की जगह समाज में विभाजन की खाईं चौड़ी की है, विकास अवरूद्ध है और बुनियादी सुविधाएं बाधित हैं। सड़क, बिजली नहीं तो नए उद्योग कहां लगेंगे? आरक्षण समाप्त करने की साजिशे हो रही हैं। पंचायतों में भी आरक्षण खतरे में है। विधान सभा और विधान परिषद के अधिवेशन में भाजपा ने अपनी तानाशाही से लोकतांतिक व्यवस्था की गरिमा गिराने का काम किया।

आनन-फानन में विधेयक पास कराकर…

सपा के मुख्‍य प्रवक्‍ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि बैठक में विधायकों ने कहा कि प्रदेश में जनता का भरोसा अखिलेश यादव के नेतृत्व पर है। उनके प्रति हम सब निष्ठापूर्वक साल 2022 में समाजवादी सरकार बनाने के लिए काम करेंगे। पार्टी पूरी मजबूती से भाजपा की साजिशों का मुकाबला करेगी। साथ ही विधायकों ने कहा कि भाजपा ने विधानमण्डल की बैठक में आनन-फानन में विधेयक पास कराकर जहां सदन की गरिमा से खिलवाड़ किया है वही यह भी जाहिर कर दिया है कि उसे विपक्ष के लोकतांत्रिक अधिकारों के हनन में कतई संकोच नहीं है।

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इन्वेस्टर्स मीट का भी नहीं निकला कोई परिणाम

विधायकों ने यह भी कहा कि आर्थिक आधार पर आरक्षण की व्यवस्था, सम्पत्ति क्षति की वसूली, मंडी विधेयक आदि पर विपक्ष को सदन में अपनी बात रखने का अधिकार ही नहीं दिया गया। बड़ी-बड़ी इन्वेस्टर्स मीट का भी कोई परिणाम नहीं निकला है। नौजवान रोजगार के बगैर मारा-मारा घूम रहा हैं। खाद नहीं मिलने से खरीफ फसल बर्बाद हो जाएगी। बाढ़ और कोरोना संकट से लोग त्रस्त है। भाजपा सरकार इस सबसे बेपरवाह है। भाजपा आपदा को अवसर बनाकर सत्‍ता का गलत इस्‍तेमाल कर रही।

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बैठक में सपा के मुख्‍य प्रवक्‍ता राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्‍यक्ष नरेश उत्‍तम पटेल, रामसुंदर निषाद, एसआरएस यादव, आनंद भदौरिया, शशांक यादव, उदयवीर यादव, वासुदेव यादव, डॉ. राजपाल कश्यप, सुनील सिंह ‘साजन‘, व संजय लाठर समेंत सपा के अन्‍य नेता मौजूद रहें।