आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपीपीसीएल में हुए भविष्य निधि (पीएफ) घोटाले के विरोध में गुरुवार को हजारों बिजली कर्मचारियों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सीबीआइ जांच व सरकार से भुगतान की अधिसूचना जारी करने की मांग लेकर अपने परिजनों समेत आज सड़कों पर उतरें और सरकार से पीएफ भुगतान संबंधी अधिसूचना जारी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा न होने पर कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे।
आज विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आवाह्न पर हजरतगंज इलाके में रैली निकाल रहें कर्मचारी व इंजीनियरों का कहना था कि प्रदेश सरकार जीपीएफ व पीपीएफ की राशि का भुगतान करने का गजट जारी करे और उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन के पूर्व चेयरमैन (जो ट्रस्ट के भी चेयरमैन थे) को तत्काल सेवा से बर्खास्त कर गिरफ्तार किया जाए। 18 व 19 नवंबर को कार्य बहिष्कार के बाद भी अगर मांगे पूरी न हुईं तो पूरे प्रदेश के बिजली कर्मचारी अनिश्चित कालीन कार्य बहिष्कार करेंगे।
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वहीं कर्मचारियों की इन मांगों को आज आम आदमी पार्टी ने भी समर्थन देते हुए यूपी अध्यक्ष सभाजीत सिंह व मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी संघषर्रत बिजली कर्मचारियों से मिले। प्रदेश अध्यक्ष सभजीत सिंह ने कहा कि इतना बड़ा घोटाला ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के अधीन हुआ हैं, अतः ऊर्जा मंत्री को भी बर्खास्त किया जाए।
बिजली कर्मचारियों के भविष्य के लिए चिंतित है आप
मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि आम आदमी पार्टी बिजली कर्मचारियों के भविष्य के लिए चिंतित है, और उनके साथ संघर्ष करने के लिए तैयार है, अगर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्यवाही नही की तो आप बड़ा आंदोलन करेगी। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष रुचि यादव, सचिव तुषार श्रीवास्तव, वंशराज दुबे समेत आप के अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल थे।