आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के खाली 22 हजार शिक्षकों पदों की भरने की मांग को लेकर सूबे की राजधानी लखनऊ में अभ्यर्थियों का लंबे समय से संघर्ष जारी है। आज एक बार फिर महिला व पुरुष अभ्यर्थियों ने यूपी के शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर खाली पदों को भरने की मांग की।
मंत्री के आवास के अभ्यर्थियों के जुटने की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की, हालांकि अभ्यर्थी खुद को योग्य बताते हुए अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें जबरन वाहनों में लादकर मंत्री के आवास के पास से हटाया। सरकार व पुलिस के इस रवैय्ये से अभ्यर्थियों में जहां खासी नाराजगी थी, वहीं वह अपने हालात पर दुखी भी नजर आए।
दूसरी ओर आज निशातगंज स्थित एससीईआरटी कार्यालय के पास चल रहे अभ्यर्थियों के प्रदर्शन में शामिल होने पूर्व आइपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर पहुंचे। नीचे धरना व अनशन कर रहे अभ्यर्थियों का दर्द जानने के साथ अमिताभ ठाकुर करीब दस दिनों से पानी की टंकी पर धरना दे रहे अभ्यर्थियों से मिलने टंकी पर भी चढ़ गए।
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पूर्व आइपीएस अधिकारी ने आंदोलनकारियों की हर संभव सहायता करने का आश्वासन देते हुए योगी सरकार से भर्ती प्रक्रिया पूरी कराने की भी आज मांग करते हुए कहा है कि योगी सरकार शिक्षक भर्ती मामले में जिद छोड़े। निशातगंज में आमरण अनशन कर रहे पूर्णत अशक्त हो चुके अभ्यर्थियों के साथ शत्रु देश के नागरिक की तरह व्यवहार करने के स्थान पर इनसे वार्ता कर इनकी जान बचाए। इनकी बात सही होने के कारण इन्हें अविलंब नियुक्ति दे।
अमिताभ ठाकुर ने एक वीडियो संदेश भी जारी करते हुए कहा कि 22 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए महिला व पुरुष अभ्यर्थी धरना दे रहे हैं। सात अभ्यर्थी अमरण अनशन पर है, किसी भी दिन किसी भी बच्चे की मृत्यु हो सकती है। अभ्यर्थियों की मांग पूरी तरह से जायज है। जब सुपर टेट में इन्होंने अच्छे नंबर पाए हैं। न्यूनतम अर्हता से अधिक अंक है तो इन्हें भर्ती देनी चाहिए, 22 हजार भर्ती का समायोजन कर इन्हें नौकरी देनी चाहिए।
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योगी सरकार को निशाने पर लेते हुए अमिताभ ठाकुर ने कहा इतनी वाजिब मांग सरकार नहीं मांग रही है। शौचालय व पानी तक की सुविधा भी नहीं दी जा रही है, खराब व्यवहार। इतनी खतरनाक स्थिति में हैं कभी भी कोई भी घटना हो सकती है। मेरा योगी आदित्यनाथ से निवेदन है कि हृदयहीनता को त्यागकर इनकी बात सुने इन्हें न्याय दें और इनका समायोजन करें।