शिवपाल यादव का बड़ा फैसला, प्रसपा की सभी प्रादेशिक व राष्ट्रीय कमेटियों को किया भंग

कमेटियां भंग
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो,लखनऊ। जेल में बंद सपा के कद्दावर नेता आजम खान के साथ मोर्चा बनाने की अटकलों के बीच  प्रगतिशील समाजवादी पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव ने बड़ा फैसला लिया है। शिवपाल की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी और पार्टी के सभी प्रकोष्ठों को पार्टी के महासचिव आदित्य यादव ने शुक्रवार को भंग कर दिया। शिवपाल के निर्देश पर लिए गए इस फैसले ने सियासी हवा को तेज कर दिया है।

प्रसपा के महासचिव और शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ”प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष (शिवपाल यादव) के निर्देशानुसार प्रदेश कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय/प्रादेशिक प्रकोष्ठों की कार्यकारिणी अध्यक्ष सहित संपूर्ण प्रवक्ता मंडल (कार्यवाहक मुख्य प्रवक्ता सहित) को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है।”आदित्य यादव ने आगे कहा कि जल्द ही बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।

शिवपाल सिंह यादव सपा से जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। कहा जा रहा है कि अखिलेश के फैसलों से नाराज शिवपाल आजम खान के साथ जाने की सोच रहें हैं, इससे न सिर्फ आजम व शिवपाल बेहद मजबूत होंगे बल्कि सपा को भी तगड़ा झटका लगेगा। हालांकि कहा यह भी जा रहा है कि शिवपाल जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन ऐसे करने से शिवपाल व उनकी पार्टी की पहचान को खतरा हो जाएगा हालांकि, यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भी अपने एक बयान में कहा था कि भाजपा में अभी जगह नहीं है।

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बता दें कि विधानसभा चुनाव 2022 में शिवपाल यादव ने भतीजे अखिलेश यादव से कड़वाहट भुलाकर सपा से गठबंधन किया था। हालांकि, इसका भी कोई फर्क नहीं पड़ा और गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। चुनाव में हार के बाद ही शिवपाल का दर्द सामने आने लगा था। वहीं सपा विधायक दल की बैठक में न बुलाए जाने के बाद से शिवपाल की नाराजगी सबसे सामने आने लगी। शिवपाल चुनाव में अपने करीबियों को भी टिकट नहीं दिए जाने से नाराज थे, शिवपाल समर्थकों का कहना था कि अखिलेश ने एक बार फिर चाचा को दांव देते हुए सिर्फ जसंवतनगर सीट का मात्र एक टिकट उन्‍हें दिया था।

शिवपाल मुलायम से मिलने दिल्ली भी गए। इसके बाद वापस लौटने पर उन्होंने कई मौकों का ऐसी बातें कहीं, जिससे उनके भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जाने लगीं। शिवपाल कह चुके हैं कि वजह जल्द फैसला लेंगे। सपा के टिकट पर जसवंतनगर सीट से विधायक बने शिवपाल को भतीजे अखिलेश ने कोई बड़ी जिम्मेदारी देने से भी इनकार कर दिया था।

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