आरयू वेब टीम। अभिनेता सलमान खान की आवाज मानें जाने वाले मशहूर गायक एसपी बालासुब्रमण्यम का 74 साल की उम्र में निधन हो गया है। कोरोना से एक लंबी जंग लड़ने के बाद चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में उन्होंने शुक्रवार को आखिरी सांस ली। उनके पुत्र चरण ने उनके निधन की जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार दोपहर 1.04 पर उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। एसपी कि मौत की खबर से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई।
एसपी बालासुब्रमण्यम पांच अगस्त को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद वह एमजीएम अस्पताल में भर्ती हो गए थे। उन्हें कोरोना के बेहद हल्के लक्षण थे, लेकिन फिर भी उन्होंने कोई रिस्क न लेते हुए अस्पाताल में भर्ती होने का फैसला लिया था। वो अपने पीछे पत्नी सावित्री और दो बच्चे- बेटी पल्लवी और बेटे एसपी चरण को छोड़ गए हैं। उनका अंतिम संस्कार बेटे एसपी चरण करेंगे।
गौरतलब है कि एसपी बालासुब्रमण्यम ने हिंदी सिनेमा को एक से बढ़कर गाने दिए हैं। उनके कई गाने सलमान खान के ऊपर फिल्माए गए हैं। जैसे- पहला-पहला प्यार है, मेरे रंग में रंगने वाली, दिकताना-दिकताना, मेरे जीवन साथी, मुझसे जुदा होकर, आजा शाम होने आई, हम बने तुम बने, वाह वाह रामजी।
हिंदी फिल्मों के लिए उन्होंने सबसे पहला गाना ‘एक दूजे के लिए’ (1981) के लिए गाया था, हालांकि सलमान खान की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ उनके लिए ग्राउंडब्रेकिंग साबित हुई। 60 के दशक में बतौर सिंगर आने वाले बालासुब्रमण्यम ने सलमान खान के लिए कई बेहतरीन गानों को गाया, लेकिन “आया मौसम दोस्ती का” गाना जिसने सभी का दिल एक बारी में जीत लिया।
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फिल्म मैंने प्यार किया का ये गाना सुपरहिट था। इसी फिल्म के एक गीत ‘दिल दीवाना’ के लिए एस पी को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। फिल्म के अन्य गीत, जैसे आते जाते, कबूतर जा जा, आजा शाम होने आई, मेरे रंग में रंगने वाली और टाइटल सॉंन्ग (मैंने प्यार किया) में भी एस पी ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा था, जिसके बाद वो सलामान की आवाज बन गए। वहीं ‘तुरू रूरू रूरू रूरूरूरू’ गाना एस पी की आवाज का एक ‘सिंबल’ बन गया था।
16 भाषाओं में 40 हजार गाने
60 के दशक में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत करने वाले बालासुब्रमण्यम ने अभी तक कई गाने गाए हैं और फैन्स के दिलों में जगह बनाई है। असल में बताएं तो एस पी को खुद नहीं पता कि उन्होंने कितने गीत गाए हैं। मगर माना जाता है कि ये संख्या 40 हजार के करीब है, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जा चुका है। ये 40 हजार गाने उन्होंने लगभग 16 भाषाओं में गाए हैं।
बालासुब्रमण्यम को मिले कई अवॉडर्स
बालासुब्रमण्यम को प्लेबैक सिंगिंग के लिए छह बार नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। ये सभी अवॉर्ड्स उन्हें हिंदी, तमिल, तेलुगू और कन्नड़ भाषा में गाने के लिए मिले हैं। इसके अलावा बॉलीवुड फिल्मफेयर अवॉर्ड के अलावा उन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण जैसे अवॉर्ड्स से भी नवाजा जा चुका है।
इतना ही नहीं एक बार में 21 गानों को रिकॉर्ड करने का रिकॉर्ड भी बाला के नाम है1 साउथ इंडिया के संगीतकार उपेन्द्र कुमार के लिए उन्होंने एक ही दिन नहीं बल्कि सिर्फ बारह घंटों में 21 गीत रिकॉर्ड करने का रिकॉर्ड बना दिया था।