BJP के स्‍थापना दिवस पर बोले प्रधानमंत्री, भाजपा चुनाव जीतने की मशीन नहीं, देशवासियों के दिल जीतने वाला अभियान

भाजपा के 41 वर्ष
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। भाजपा के 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं की सेवा कैसे की जाती है। कार्यकर्ताओं के दम पर कैसे पार्टी आगे बढ़ती है। भाजपा ने हमेशा ‘पार्टी व्यक्ति से बड़ी होती है’ और ‘राष्ट्र पार्टी से बड़ा होता है’ के मंत्र पर काम किया है। यह परंपरा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बाद से जारी है और आज तक चल रही है। उक्‍त बातें मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के 41वें स्थापना दिवस के अवसर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर कही।

दिल्ली मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को संवैधानिक अधिकार दे पाएं। जो लोग कहते हैं कि भाजपा चुनाव जीतने की मशीन है, वो एक प्रकार से भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता को समझ नहीं पाते। वो भारत के नागरिकों की सूझबूझ का आकलन नहीं कर पाते। सच्चाई ये है कि बीजेपी चुनाव जीतने की मशीन नहीं, देश और देशवासियों का दिल जीतने वाला एक अनवरत-अविरल अभियान है।

सेवा ही संगठन’ का संकल्प

मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि पिछले साल कोरोना ने पूरे देश के सामने एक अभूतपूर्व संकट खड़ा कर दिया था। तब आप सब, अपना सुख-दुःख भूलकर देशवासियों की सेवा में लगे रहे।  आपने ‘सेवा ही संगठन’ का संकल्प लिया, उसके लिए काम किया। गांधी जी कहते थे कि निर्णय और योजनाएं वो हों जो समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाए। गांधी जी की उस मूल भावना को चरितार्थ करने के लिए हमने अथक प्रयास किया है। आज भाजपा से गांव-गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा, क्योंकि आज वो पहली बार अंत्योदय को साकार होते देख रहा है। आज 21वीं सदी में जन्म देने वाला युवा, भाजपा के साथ है, भाजपा की नीतियों, भाजपा के प्रयासों के साथ है।

सबका साथ, सबका विकास

मोदी ने कहा कि हमारे देश में राजनीतिक स्वार्थ के लिए दलों के टूटने के अनेकों उदाहरण हैं, लेकिन देशहित में लोकतंत्र के लिए दल के विलय की घटनाएं शायद ही कहीं मिलेंगी। भारतीय जनसंघ ने ये करके दिखाया था। हमारी सरकार का मूल्यांकन उसके डिलिवरी सिस्टम से हो रहा है। ये देश में सरकारों के कामकाज का नया मूलमंत्र बन रहा है। बावजूद इसके, दुर्भाग्य ये है कि भाजपा अगर चुनाव जीते तो उसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है। बीजेपी का मतलब है वंशवाद पर आधारित राजनीति को हराना। इसका अर्थ है नेतृत्व करने में सक्षम होने का अवसर। इसका अर्थ है पारदर्शिता और सुशासन। इसका अर्थ है ‘सबका साथ, सबका विकास’। कार्यकर्ता भाजपा को ताकत देते हैं, जनता के बीच काम करते हुए संगठन की शक्ति को और बढ़ाते हैं। अपने जीवन, आचरण, प्रयासों से वो जनता का दिल जीतने का काम अविरत करते रहते हैं।

…देख रहा 21वीं सदी का भारत 

विपक्ष पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जाती हैं, उन पर हमले होते हैं, उनके परिवार पर हमले होते हैं। लेकिन अपनी विचारधारा के लिए वो अडिग रहते हैं, डटे रहते हैं। वहीं वंशवाद और परिवारवाद का हश्र भी 21वीं सदी का भारत देख रहा है। उन्होंने कहा कि आज गलत नरैटिव बनाए जाते हैं- कभी सीएए को लेकर, कभी कृषि कानूनों को लेकर, कभी लेबर लॉ को लेकर, भाजपा के प्रत्येक कार्यकर्ता को समझना होगा कि इसके पीछे सोची-समझी राजनीति है, ये एक बहुत बड़ा षड़यंत्र है।

इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा को आकार और विस्तार देने वाले हमारे आदरणीय लाल कृष्ण आडवाणी जी, आदरणीय मुरली मनोहर जोशी जी जैसे अनेकों वरिष्ठों का आशीर्वाद हमें हमेशा मिलता रहा है। देश का शायद ही कोई राज्य या जिला होगा, जहां पार्टी के लिए दो से तीन पीढ़ियां न खप गई हों। मैं इस अवसर पर जनसंघ से लेकर भाजपा तक राष्ट्र सेवा के इस यज्ञ में अपना योगदान देने वाले हर व्यक्ति को आदर पूर्वक नमन करता हूं।

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