स्नोफॉल में सुकून भरे पल बिताने के लिए जाएं यहां, न ट्रैफिक न ही मिलेगी भीड़

आरयू वेब टीम। पहाड़ों में तापमान फ्रीजिंग पॉइंट से काफी नीचे चला गया है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी का दौर फिर से शुरू हो गया है। हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुई बर्फबारी के बाद से बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच रहे हैं। लोगों की भीड़ और ट्रैफिक जैसी अनेकों समस्या का पर्यटकों को सामना करना पड़ रहा है, हालांकि हिमाचल के सोलन जिले में एक ऐसी भी जगह है, जहां पर कई फीट मोटी बर्फ पड़ी है, लेकिन वहां पर कोई ज्यादा भीड़ नहीं है और ना ही ट्रैफिक की कोई समस्या है। पर्यटक आराम से यहां आ सकते है और बर्फबारी की लुत्फ उठा सकते हैं।

भीड़ और ट्रैफिक जाम की समस्या से बचने के लिए जो लोग अल्टरनेट ऑप्शन की तलाश कर रहे हैं। ऐसे लोग चैल हिल स्टेशन पहुंच सकते हैं। चैल सोलन जिले का एक हिल स्टेशन है, जो शिमला से 44 और सोलन से 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चैल अपने आप में एक बेहद प्रसिद्ध और सुंदर हिल स्टेशन है। यहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं, लेकिन बर्फबारी के दौरान लोगों की पसंद शिमला और मनाली जैसी जगह है, जहां लोग जाम जैसी परेशानियों से जूझते हुए पहुंचते हैं। चैल में ऐसा नहीं हैं।

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यहां भी हर साल कई फीट बर्फबारी होती है। इस जगह पहुंचने वाले लोगों को ना तो कोई भीड़ का सामना करना पड़ता है और ना ही ट्रैफिक जाम जैसी परेशानी होती है। पर्यटक इस जगह पहुंचकर आराम से स्नोफॉल में सुकून भरे पल बिता सकते हैं। चैल की दिल्ली से दूरी महज 345 किलोमीटर की हैं।

बर्फबारी के अलावा चैल में साधुपुल झील, महाराजा का महल, चैल पैलेस होटल, चैल वन्यजीव अभयारण्य और काली का टिब्बा मंदिर आकर्षक के प्रमुख स्थल हैं। इसी के साथ चैल में एक किक्रेट स्टेडियम भी है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए काफी चर्चित है।

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