आरयू वेब टीम। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुल्तान अहमद (पूर्व टीएमसी सांसद), टीएमसी सांसद प्रसून बनर्जी की पत्नी के निधन और अब तापस पॉल की मौत के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। ममता ने बुधवार को तापस पॉल को श्रद्धांजली देते हुए कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियों की वजह से तीन लोगों की मौत हुई।
तापस पॉल का मंगलवार को मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। तापस पॉल का पार्थिव शरीर रबिन्द्र सदन में रखा गया है, ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। पॉल को श्रद्धांजलि देते हुए ममता बनर्जी ने केंद्र पर आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के एक और नेता सुल्तान अहमद की मौत भी दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। ममता के अनुसार, वह 2017 नरादा टैप्स घोटाला मामले में आरोपी बताए जाने के बाद से तनाव में थे।
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रबिन्द्र सदन में ममता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘‘तापस पॉल पर केंद्रीय एजेंसियों का गहरा दबाव था और वह केंद्र की प्रतिशोध की राजनीति के शिकार हुए।’’ इस दौरान ममता ने कहा कि लोगों को जेल में डाला जा रहा है, लेकिन केंद्रीय एजेंसियां अपनी भागीदारी साबित नहीं कर पाई हैं या यह निष्कर्ष नहीं निकाल पाई हैं कि उन्होंने क्या अपराध किया है। यदि कोई अपराध करता है तो उस पर कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन हमे अभी तक यह नहीं पता है कि तापस पाल और अन्य लोगों ने क्या अपराध किया था।
वहीं इससे पहले मंगलवार को ममता ने ट्वीट में लिखा था कि तापस पॉल के निधन के बारे में सुनकर मैं स्तब्ध हूं। वह बांग्ला सिनेमा के सुपरस्टार थे और तृणमूल परिवार के सदस्य थे। तापस ने दो बार सांसद और एक बार विधायक के तौर पर लोगों की सेवाएं कीं। हमें उनकी कमी काफी खलेगी। पत्नी नंदिनी, बेटी सोहिनी और उनके सभी प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।’
मालूम हो कि 61 साल के तापस हिंदी फिल्म ‘अबोध’ में भी नजर आए थे। यह फिल्म 1984 में आई थी। फिल्म के लीड एक्टर तापस और माधुरी दीक्षित थे। कृष्णानगर से दो बार सांसद रहे। परिवार में पत्नी नंदिनी और बेटी सोहिनी पाल हैं। सोहिनी भी अभिनेत्री हैं। कुछ दिन पहले वे बेटी से मिलने मुंबई गए थे। वहां उन्हें दिल का दौरा पड़ा। जुहू के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वो छह फरवरी से वेंटिलेटर पर थे।
दो साल पहले पश्चिम बंगाल में रोज वैली चिट फंड घोटाला सामने आया था। जांच के दौरान तापस का नाम आया। कई दौर की पूछताछ के बाद उन्हें सीबीआई ने गिरफ्तार किया। बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। सीबीआइ ने 2016 में रोज वैली चिटफंड मामले में तापस पॉल को गिरफ्तार किया था और करीब 13 महीने बाद उन्हें जमानत मिली थी। इसके बाद से ही उन्होंने फिल्मों और सक्रिय राजनीति दोनों से दूरी बना ली थी।