आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। अगामी लोकसभा चुनाव के लिए सपा ने अपनी तैयारियां तेज करना शुरू कर दी है। यूपी के पूर्व सीएम ने शनिवार को सपा मुख्यालय से ‘समाजवादी विजन एवं विकास पदयात्रा’ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
पदयात्रा को हरि झंडी दिखाने के बाद अखिलेश यादव ने प्रेसवार्ता कर कहा कि पदयात्रा के माध्यम से जनता के हर वर्ग को सपा से जोड़ने का अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि पदयात्रा का कार्यक्रम सच्चाई का है, जबकि भाजपा धोखे की पदयात्रा करती है। भाजपा की पदयात्रा में कई नेता जनता द्वारा न सिर्फ भगाए गए हैं, बल्कि जनप्रतिनिधि तक जनता ने पीटा है।
वहीं हाल की घटनाओं का जिक्र करने के साथ ही मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में कानून-व्यवस्था मजाक बन गयी है। बस मुख्यमंत्री की ठोको नीति का असर दिख रहा है कि कहीं पुलिस जनता को तो कहीं जनता पुलिस को ठोक रही है।
जनता सवाल न पूछे इसलिए जातीय उन्माद फैलाने की हो रही कोशिशें
अखिलेश ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मेहनतकश जनता मोदी सरकार से हर साल दो करोड़ रोजगार पर सवाल न पूछे, अच्छे दिन के वादे, कालाधन, मंहगाई पर रोक लगाने से लेकर बेहतर शिक्षा-चिकित्सा के मुद्दों पर बात न करे, किसान अपने ऊपर हो रहे अन्याय की बात न कर सके इसलिए आज पूरे देश में नफरत और जातीय उन्माद फैलाने की कोशिशें हो रही है।
पदयात्रा आज अपने पहले दिन सपा मुख्यालय से शुरू हुई जिसमें सिर पर लाल टोपी और हाथों में भाजपा सरकार पर सवाल उठाने वाले नारे लिखे बैनर लिए सड़कों पर उतरे सैकड़ों सपाई रास्ते भर जनता को प्रदेश की पिछली सपा सरकार की उपलब्धि बताने के साथ ही योगी और मोदी सरकार को सिर्फ वादा करने वाली सरकार बताते हुए चल रहे थेे। पदयात्रा हजरतगंज, हुसैनगंज होते हुए चारबाग पर जाकर समाप्त हुई। पदयात्रा का नेतृत्व लखनऊ विश्वविद्यालय की स्टूडेंट लीडर पूजा शुक्ला ने किया। ये पदयात्रा लखनऊ के अलग-अलग क्षेत्रों में रविवार, सोमवार और मंगलवार को भी निकाली जाएगी।
आज पदयात्रा निकालने के दौरान सपा मुख्यालय पर सपा के दिग्गज नेता राजेंद्र चौधरी, एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह, सुनील यादव साजन, जूही सिंह, विकास यादव, गौरव दूबे, फाकिर सिद्दीकी, प्रदीप तिवारी, बृजेश यादव, दिग्विजय सिंह ‘देव’ समेत अन्य उपस्थित रहें।