आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लाखों रुपये खर्च कर एलडीए इंजीनियरों द्वारा बनवाई गयी गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (आइजीपी) की सड़क तीन महीने में ही टूट गयी है। सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम से पहले एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी के औचक निरीक्षण में यह खुलासा हुआ है। निरीक्षण में क्षतिग्रस्त सड़क मिलने के साथ ही बेहद वीवीआइपी माने जाने वाले आइजीपी में गंदगी होने समेत अन्य गड़बड़ी देख वीसी ने इंजीनियरों को फटकार लगाते हुए कैटर्स व सफाई ठेकेदार पर जुर्मान भी लगाया है।
शुक्रवार को सीएम योगी को आइजीपी में आयोजित एक कार्यक्रम में आना था। इससे पहले ही एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी वहां की व्यवस्थाओं का एकाएक जायजा लेने पहुंचे थे। जहां क्षतिग्रस्त सड़क देख उन्होंने जानकारी ली तो पता चला कि बीते अक्टूबर में आइजीपी में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस के कार्यक्रम के ठीक पहले ही इस सड़क को एलडीए ने बनवाया था। करीब तीन महीने में ही सड़क टूटने की जानकारी लगते ही लंबे समय से आइजीपी में तैनता जेई व एई को फटकार लगाते हुए हाल ही में आइजीपी का चार्ज लेने वाले एक्सईएन को निर्देश दिया कि पूर्व में सड़क बनाने वाले ठेकेदार पर ही कार्यवाही करते हुए उससे क्षतिग्रस्त सड़क ठीक कराएं।
यह भी पढ़ें- टेंडर के लिए एलडीए में फिर हुई ठेकेदारों में मारपीट, अधिकारी पर लगा निविदा वापस लेने का दबाव बनाने का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच
निरीक्षण के दौरान जूपिटर हॉल के पीछे नालियों में कूड़ा भरा देख भी वीसी ने इंजीनियरों को डांटा तो पता चला कि बीते 18 दिसंबर को एक कार्यक्रम के बाद कैटर्स रायल कैफे के कर्मियों ने कूड़ा फेका था, जिसपर वीसी ने रायल कैफे पर 25 हजार का जुर्माना लगाते हुए इंजीनियरों को नसीहत दी कि भविष्य में ऐसी स्थिति न हो, नियम नहीं मानने वाले कैटर्स को भी आइजीपी के पैनल से बाहर कर दिया जाए। साथ ही वीसी ने नालियों पर से लोहे की जाली हटवाकर उसे पत्थरों से ढकवाने का भी निर्देश दिया।
यह भी पढ़ें- #RUExpose: बैठकों में अफसर करते रहें भविष्य की बड़ी-बड़ी बातें, इंजीनियर-कर्मियों ने कम्युनिटी सेंटरों में खेलकर वर्तमान में लगा दिया LDA को करोड़ों का चूना!
वहीं एलडीए कर्मचारियों की तैनाती व सफाई का ठेका होने के बाद भी आइजीपी में कई जगह गंदगी व कर्मियों की पर्याप्त संख्या नहीं देख वीसी ने सफाई के ठेकेदार ओपी यादव पर भी 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। साथ ही उपाध्यक्ष ने एक्सईएन को सफाई कर्मियों की संख्या का ऑडिट कराते हुए किसी दक्ष कंपनी से भविष्य में सफाई कराने का निर्देश दिया है।
वीवीआइपी के कार्यक्रम से पहले हकीकत परखेंगे जोनल अफसर-एक्सईएन
सीएम योगी का कार्यक्रम होने के बावजूद आइजीपी के इंजीनियरों की लापरवाही सामने आने पर वीसी ने जोनल अफसर व एक्सईन को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। अब अति विशिष्ट लोगों के कार्यक्रम से एक दिन पहले ही एलडीए के जनसंपर्क अनुभाग की जानकारी पर आइजीपी की व्यवस्था को संबंधित जोनल अधिकारी व क्षेत्रीय अधिशासी अभियंता परखेंगे।