आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अतीत को भूलकर के कोई समाज और राष्ट्र आगे नहीं बढ़ सकता। अतीत की गौरवशाली परंपराएं हमें जहां आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं, वहीं अतीत के अनुभव के आधार पर हम अपने भविष्य के निर्माण के लिए योजनाएं बनाते हैं। 24 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश अस्तित्व में आया था। आज हमने अपनी स्थापना के 70 वर्ष पूरे किए हैं। यह अवसर हम सबके लिए 70 वर्षों की यात्रा पर आत्ममंथन करने का भी है। इस 67-68 वर्षों में किसी को उत्तर प्रदेश के बारे में सोचने की फुर्सत नहीं थी, क्योंकि उन्हें यहां की गौरवशाली परंपराओं और अतीत से कोई सरोकार नहीं था।
उक्त बातें शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के स्थापना दिवस पर कही। योगी ने आगे कहा कि पिछले वर्ष हमने प्रयागराज में कुंभ का आयोजन किया था। लोग मुझसे पूछते थे कि कितने लोग इस आयोजन में आएंगे, तो मैं कहता था कि उत्तर प्रदेश की आबादी 23 करोड़ है, इससे कम लोग तो नहीं आएंगे। इसपर लोग कहने लगे कि 2013 में तो सिर्फ 12 करोड़ की आए थे, तो इस बार मान के चलें कि इसके डबल तो आएंगे ही।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 18 मंडल मुख्यालयों में अटल आवासीय विद्यालयों की नींव रखी। इन विद्यालयों में श्रमिकों के बच्चों और निराश्रित बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। वर्ष 2017 में पहले स्थापना दिवस पर योगी आदित्यनाथ ने ओडीओपी की घोषणा की थी, जबकि दूसरे स्थापना दिवस पर 2018 में विश्वकर्मा श्रम सम्मान शुरू किया गया था। अब तीसरे स्थापना दिवस पर सरकार अटल आवासीय विद्यालय की सौगात दी गई है।
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समारोह के तीन दिनों में जहां लोक कलाकारों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां प्रदेश के विभिन्न हिस्सों की झलक दिखाएंगी, वहीं राज्य सरकार की ओर से एमएसएमई और एक जिला-एक उत्पाद योजना में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाले उद्यमियों और खेल प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। समारोह के दूसरे दिन 25 जनवरी को विभिन्न कार्यक्रम होंगे। 26 जनवरी को प्रदेश के कलाकार सांस्कृतिक व लोक कला के कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
यूपी दिवस कार्यक्रम में इस बार भी प्रदर्शनी, रंगारंग कार्यक्रम और सरकार की योजनाओं का लोकार्पण शामिल किया गया। इन प्रदर्शनियों में से एक खास प्रदर्शनी अवध शिल्प ग्राम में भगवान राम और कृष्ण से जुड़ी लगने वाली है। भगवान राम ने अपने जीवनकाल में किन-किन देशों की यात्रा की और उसका क्या उद्देश्य था। यह सब इस खास प्रदर्शनी में देखा जा सकेगा। इन सबके साथ भगवान कृष्ण और महाभारत से जुड़ी प्रदर्शनी भी लगाई गई है, इसे ललित कला अकादमी ने लगाया है।
राम नाईक जब राज्यपाल बने तो उन्होंने यूपी दिवस मनाने का प्रस्ताव दिया। इस बार इसका तीसरा आयोजन है। इन तीन दिवसीय रंगारंग आयोजनों का मेला लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में शुरू हुआ है। कार्यक्रम का उद्धाटन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।