आरयू ब्यूरो, लखनऊ। समाजवादी चिंतक व यूपी के पूर्व मंत्री भगवती सिंह का रविवार सुबह लखनऊ में निधन हो गया। वो 89 साल के थे। वह समाजवादी पार्टी के संरक्षक और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाते थे। भगवती सिंह के निधन की खबर फैलते ही शोक की लहर फैल गई।
पूर्व मंत्री भगवती सिंह शनिवार को बक्शी का तालाब स्थित डिग्री कॉलेज गए थे। वहीं, पर रात्रि निवास कर रहे थे। सुबह उनका निधन हो गया। इसके बाद परिजन उनका शव लेकर आवास आ गए। यहां उनका शव अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। उन्होंने देह दान का संकल्प लिया था। अपने जीवन काल में ही पूर्व मंत्री ने अपने शरीर का मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया था। वहीं केजीएमयू की टीम उनके आवास पर पहुंचकर देहदान की प्रक्रिया पूरी की।
अखिलेश ने किया शोक व्यक्त
भगवती सिंह के निधन पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना! ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस दुख की घड़ी में संबल प्रदान करे। भावभीनी श्रद्धांजलि!
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मालूम हो कि समाजवादी नेता का जन्म बीकेटी विकास खंड के अर्जुनपुर गांव में हुआ था। उन्होंने मजदूरों और किसानों को हक दिलाने की लिए कई बार आंदोलन किया। भगवती सिंह ने डॉक्टर लोहिया, चंद्रशेखर, और राजनारायण जैसी शख्सियत के साथ बैठ कर राजनीति सीखी। उन्होंने समाजवादी पार्टी को मजबूत करने में पूरा जीवन समर्पित कर दिया।
उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने चंद्र भानु गुप्ता कृषि महाविद्यालय की स्थापना भी की। साल 1977 में पहली बार महोना से विधायक बनने पर आवास विकास मंत्री बने थे। 1985 में विधायक,1990 में कैबिनेट में खेलकूद युवा कल्याण मंत्री, 1990 में सदस्य विधान परिषद,1993 में वन मंत्री,1998 में पुन: सदस्य विधान परिषद, 2003 में बाह्य सहायतित परियोजना मंत्री, तथा नेता सदन बने, वर्ष 2004 में राज्यसभा सदस्य बनाये गए।