आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान दो नमूनों में कोरोना वायरस के ‘कप्पा’ वैरिएंट की पुष्टि हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई अधिकारियों की बैठक के बाद जारी बयान के मुताबिक विगत दिनों केजीएमयू (किंग जार्ज मेडिकल विश्वविद्यालय) में 109 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 107 नमूनों में कोविड की दूसरी लहर में सामने आए डेल्टा स्वरूप की ही पुष्टि हुई है, जबकि दो नमूनों में वायरस का कप्पा स्वरूप पाया गया। कप्पा वेरिएंट ने यूके और यूएस में काफी कहर बरपाया था।
बयान में कहा गया कि दोनों ही स्वरूप प्रदेश के लिए नए नहीं हैं। वर्तमान में दैनिक संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत है। ‘कप्पा’ वैरिएंट के बारे में पूछे जाने पर अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि ‘कप्पा’ वैरिएंट कोई नई बात नहीं है, पहले भी इस स्वरूप के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसलिये घबराने की कोई बात नहीं है, यह कोरोना वायरस का एक सामान्य स्वरूप है और इसका इलाज संभव हैं,’ हालांकि उन्होंने इस बात की जानकारी नहीं दी कि कप्पा वैरिएंट के मामले कहां सामने आए हैं।
इससे पहले गुरुवार को गोरखपुर और देवरिया में दो मरीजों में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई थी। पूर्वी यूपी में नए वेरिएंट की दस्तक से दहशत का माहौल है। इनमें एक मरीज की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे मरीज की तबीयत अब ठीक है।
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गौरतलब है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट से जिस एक मरीज की मौत हुई है वह यूपी के देवरिया का रहने वाला था। उसकी उम्र 66 साल थी। बताया जा रहा है कि 17 मई को वह पॉजिटिव हुआ था, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जून में ही उसकी मौत हो गई थी। मरीज की मौत से पहले ही उसके सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया था।
वहीं अब कप्पा वेरिएंट मिलने के बाद हड़कंप मचा है। कप्पा वेरिएंट ने यूके और यूएस में काफी कहर बरपाया था। बता दें कि गुरुवार को प्रदेश में 24 घंटे के भीतर दो लाख 59 हजार 174 के करीब कोरोना टेस्ट किए गए। इस दौरान 112 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई और मौत की संख्या 10 रही।