कोरोना संकट से निपटने के लिए वैज्ञानिक व विशेषज्ञों के विशाल समूह को जुटाने की जरूरत: राहुल

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आरयू वेब टीम। देश में कोरोना प्रकोप से निपटने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र सरकार को सुझाव दे रहें हैं। राहुल ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 महामारी बहुत बड़ी चुनौती, लेकिन यह एक अवसर भी हमें संकट के दौरान जरूरी नवीन समाधानों पर काम करने के लिए वैज्ञानिकों सहित विशेषज्ञों के अपने विशाल समूह को जुटाने की जरूरत है।

राहुल गांधी ने आज सोशल मी‍डिया के माध्‍यम से ट्वीट कर सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी बहुत बड़ी चुनौती है, लेकिन यह एक अवसर भी है। हमें अपने वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और डेटा विशेषज्ञों को संकट के इस समय में नवोन्मेषी समाधान के लिए काम पर लगाने की जरूरत है।

कोरोना वायरस के लिए सिर्फ पॉज बटन है लॉकडाउन

गौरतलब है कि इससे पहले भी राहुल गांधी ने कहा था कि कोरोना वायरस के लिए लॉकडाउन सिर्फ पॉज बटन है। इससे महामारी खत्म नहीं होगी, लॉकडाउन हटने के बाद एक बार फिर संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होगा। लॉकडाउन सिर्फ एक तय समय देगा ताकि आप तैयारी कर सको।

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अगर इस वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई जीतना है तो सरकार को बड़े स्तर पर टेस्टिंग करनी होगी। वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे बड़ा हथियार टेस्टिंग है। साथ ही राहुल गांधी ने कहा था कि कोरोना वायरस से देश में हालात काफी गंभीर है, इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार को और बड़े कदम उठाने होंगे। बड़े पैमाने पर टेस्टिंग करनी होंगी, जिससे आपको अंदाजा लग जाता है कि वायरस किस दिशा में बढ़ रहा है। ऐसे में आप वायरस को आइसोलेट कर सकते हैं, टारगेट कर सकते हैं और फाइट कर सकते हैं।

बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के अब तक 14000 से अधिक मामले आ चुके हैं और 480 लोगों की इससे मौत हो चुकी है।

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