विधानसभा में शक्तिशाली विस्‍फोटक मिलने से हड़कंप, योगी ने कहा NIA करेगी जांच

पुलिस की गोली
योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो)।

आरयू ब्‍यूरो,

लखनऊ। दो दिन पहले विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की सीट के नीचे मिले शक्तिशाली विस्‍फोटक (पीईटीएन) की एफएसएल जांच में पुष्टि होते ही सूबे की राजधानी में हड़कंप मचा है। बरामद विस्‍फोटक की मात्रा करीब डेढ़ सौ ग्राम, इतने पीईटीएन से सदन को आसानी से उड़ाया जा सकता है। वहीं इस मामले में आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विधानसभा के भीतर विस्फोटक का मिलना चिंता का विषय है।

सीएम इसे किसी बड़ी साजिश का हिस्‍सा मानते हुए इसकी जांच एनआईए से कराने की घोषणा की है। उन्‍होंने इसे आतंकी साजिश का भी हिस्‍सा बताते हुए कहा कि इसमें शामिल लोगों का पर्दाफाश होना जरूरी है।  वहीं दूसरी तरफ इस गंभीर मामले को लेकर विरोधियों ने कानून-व्‍यवस्‍था के सवाल पर आवाज और तेज कर दी है।

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सुरक्षा में इतनी गंभीर चूक सामने आने के बाद विधानसभा में अपनी बात रखते हुए योगी ने कहा कि यह प्रदेश की 22 करोड़ जनता की भावनाओं से भी खिलवाड़ है, जिस विधानसभा में हमें जनता की सुरक्षा और प्रदेश के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए वहां हमें आज अपनी सुरक्षा के बारे में चर्चा करनी पड़ रही है।

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जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा से खिलवाड़ की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। उन्‍होंने ने यह भी कहा कि यह जानना बेहद जरूरी है कि जो भी इस मामले में दोषी है उसे सामने लाकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

विधानसभा में हो क्विक रिस्‍पांस टीम

योगी ने कहा कि विधानसभा में एक क्विक रिस्पांस टीम होनी चाहिए जोकि हमलों की स्थिति से तत्काल निपट सके। मैं हमेशा से चिंतित रहता था कि सत्र के दौरान विधायकों से ज्यादा गैलरी में लोग अपने मोबाइल फोन से तस्‍वीरें लेते नजर आते थे।

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सीएम ने विधानसभा अध्यक्ष से आग्रह किया कि वह यह व्यवस्था करवाएं कि विधायक सदन के अंदर अपने मोबाइल फोन लेकर नहीं आएं और बाहर ही उनके बैग रखने की कोई व्यवस्था बनाई जाए। उन्होंने कहा कि बिना पास के किसी भी वाहन को अंदर आने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। सुरक्षा में छूट दी जाती है तो लोग उसका दुरुपयोग करने लगते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सीधे-सीधे विधानसभा की सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की जा रही है, उन्होंने सदन से इस घटना की निंदा का प्रस्ताव पास करने का भी अनुरोध किया।

साजिश करने वाले को बख्‍शा नहीं जाएगा

योगी ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर साजिश बताते हुए कहा कि इसमे शामिल लोगों को बख्‍शा नहीं जाएगा। विस्‍फोटक बेहद खतरनाक था इसे डॉग स्‍कावॉएड तक नहीं सूंध सकता था।

12 को मिला था पॉउडर रिपोर्ट आई तो उड़ गए होश

मुख्‍यमंत्री ने बताया कि 12 जुलाई को सुबह यह विस्फोटक मिला और कल शाम तक इस बारे में रिपोर्ट सामने आ गयी थी, जिसमें पता चला कि पुड़िया में मिला पीईटीएन विस्फोटक करीब डेढ़ सौ ग्राम की मात्रा में था, जो पूरे सदन को उड़ाने के लिए काफी है। इसका पता चलते ही पुलिस एटीएस समेत अन्‍य सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए।

विधायक भी जांच में करें सहयोग

योगी ने कहा कि विधानसभा में काम करने वाले कर्मचारियों की पुलिस वेरिफिकेशन करानी जरूरी है। योगी ने विधायकों से भी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने में जांच के दौरान सहयोग देने को कहा गया है।

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वहीं दूसरी कानून-व्‍यवस्‍था को लेकर पहले से ही विरोधियों की निशाने पर रही योगी सरकार पर इस मामले को लेकर हमले और तेज हो गए हैं। कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि विपक्ष के नेता की सीट के नीचे अगर इतना तगड़ा विस्‍फोटक मिल सकता है तो लोग खुद ही अंदाज लगा सकते होंगे कि प्रदेश में कानून-व्‍यवस्‍था की क्‍या स्थिति है। उन्‍होंने दावा किया कि अपने राजनीतिक जीवन में किसी भी सरकार को इतनी जल्‍दी फेल होते नहीं देखा।

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अज्ञात लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा

वहीं इंस्‍पेक्‍टर हजरतगंज ने बताया चीफ मार्शल विधानसभा मनीष चन्‍द्र राय की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ देशद्रोह समेत अन्‍य संगीन धाराओं के तहत हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। चीफ मार्शल की ओर से कोतवाली में दी गई तहरीर के अनुसार विस्‍फोटक की मात्रा करीब डेढ़ सौ ग्राम बताई गई है।