आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हाल ही में एसटीएफ की मुठभेड़ में मारे गए गोरखपुर के बदमाश विनोद उपाध्याय के एनकाउंटर पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने विनोद को न सिर्फ योगी आदित्यनाथ का पुराना विरोधी बताया है, बल्कि इस मुठभेड़ को राजनीतिक रंजिश का परिणाम करार दिया है।
मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश मुख्यायल पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष लखनऊ वेद प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस ने गोरखपुर के विनोद उपाध्याय को सुल्तान में एक मुठभेड़ में मार दिया, लेकिन ये बात आइने की तरह साफ है कि गोरखपुर के रहने वाला विनोद उपाध्याय योगी आदित्यनाथ का पुराना विरोधी था। योगी जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद विनोद उपाध्याय पर शिकंजा कसता गया और उस पर ईनाम की धनराशि भी मामले को गंभीर दिखाने के लिए बढ़ाई गई।
आरोप लगाते हुए वेद प्रकाश ने यह भी कहा कि यह मुठभेड़ व्यक्तिगत कुंठा और राजनैतिक रंजिश से प्रेरित है और योगी सरकार का एक जाति विशेष विरोधी चेहरे को उजागर करती है। कांग्रेस इस घटना की न्यायिक जांच की मांग करती है।
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इस दौरान जिला अध्यक्ष ने बीएचयू कैंपस में छात्रा से गैंगरेप कांड में शामिल भाजपा आइटी सेल से जुड़ पदाधिकारियों और यूपी में महिला अपराध से जुड़े एनसीआरबी के आंकड़े को लेकर भी योगी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एनसीआरबी आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश महिलाओं के प्रति अपराधों के मामलों में पहले स्थान पर है।
प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व मंत्री नकुल दुबे व राजबहादुर सिंह, प्रदेश सचिव अतुल सिंह, प्रदेश प्रवक्ता उमा शंकर पांडेय, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रुद्र दमन सिंह मौजूद रहे।