आरयू संवाददाता, पीजीआइ। पीजीआइ कोतवाली से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर रविवार की रात विक्रम चालक व हेल्पर द्वारा एक दरोगा को बीच सड़क पीटे जाने से हड़कंप मचा गया। दोनों मनबढ़ पुलिस को गाली दे रहे थे, जिसका विरोध करना एसआइ को भारी पड़ गया। हालांकि पब्लिक ने दरोगा को मनबढ़ों के चंगुल से बचाते हुए चालक को धर दबोचा, जबकि उसका साथी मौके से भागने में सफल रहा।
हमले में एसआइ को सिर व अन्य जगाहों पर चोटें आयीं हैं। पीड़ित एसआइ की तहरीर पर पीजीआइ पुलिस दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के साथ ही हेल्पर की तलाश कर रही है। पुलिस के इकबाल का मजाक बनाने वाली इस घटना को लेकर लोग काफी देर तक इलाके में चर्चा करते रहें।
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महानगर में तैनात एसआइ श्याम नारायण त्रिपाठी ने बताया कि ड्यूटी समाप्त होने के बाद रात करीब साढ़े आठ बजे विक्रम से पीजीआइ क्षेत्र की वृन्दावन कॉलोनी के सेक्टर 16 ए स्थित अपने आवास जा रहे थे। विक्रम के तेलीबाग से रवाना होने के बाद चालक व विक्रम में मौजूद उसका साथी पुलिसवालों को सामूहिक रूप से गाली दे रहे थे। जिसका विरोध करने पर चालक ने उन्हें गाली देना शुरू करने के साथ ही पीजीआइ स्थित पेट्रोल पंप के पास विक्रम रोक दिया और अपने साथी के साथ मिलकर उन्हें मारने लगा। इस दौरान हमलावरों ने उनके पास मौजूद पुलिस की रसीद चालान चिट को भी फाड़ दिया।
दरोगा को पिटता देख बचाने के लिए दौड़ी जनता
दूसरी ओर सड़क पर दरोगा को पिटता देख कुछ दूरी पर मौजूद जनता ने उन्हें बचाने के लिए दौड़ लगा दी और बीच-बचाव कर किसी तरह से मनबढ़ों के चंगुल से श्याम नारायण को निकाला। इसी दौरान पीजीआइ कोतवाली से ड्यूटी समाप्त करने के बाद स्कूटी से घर जा रही है महिला सिपाही ज्योति सिंह ने भी हिम्मत दिखाते हुए हमलावरों को पकड़ना चाहा, हालांकि हेल्पर सिपाही को धक्का देकर भागने में सफल रहा। जबकि नशे में धुत चालक को लोगों ने काबू करने के बाद पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया। चालक की पहचान रायबरेली के शिवगढ़ निवासी अनुज तिवारी के रूप में हुई है, पुलिस मामले में एफआइआर दर्ज करते हुए दूसरे हमलावर का पता लगा रही है।
लोग करते रहें कॉल, पीजीआइ पुलिस को दो सौ मीटर की दूरी तय करने में लग गए आधे घंटें
वहीं इस पूरे मामले ने पीजीआइ पुलिस की सक्रियता और इकबाल पर सवालिया निशान लगा दिया है। मौके पर जुटे लोगों का कहना है कि नशे में दोनों हमलावर काफी उग्र थे। किसी तरह उन्हें काबू कर पर पीजीआइ पुलिस को घटना के लिए लोग फोन मिलाते रहें, इस दौरान महिला सिपाही ने भी कई बार कॉल की, लेकिन सूचना के बाद भी पीजीआइ पुलिस को मौके पर पहुंचने में करीब आधे घंटें लग गए। जनता का कहना था कि समय रहते अगर पुलिस पहुंच जाती तो दूसरे हमलावर को भी मौके से ही दबोचा जा सकता है।
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सीओ कैंट तनु उपाध्याय ने बताया कि एसआइ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को पकड़ा जा चुका है, जबकि दूसरे की तलाश की जा रही है। जल्द ही उसे भी पकड़ लिया जाएगा। इसके अलावा अगर पुलिस को मौके पर पहुंचने में देर लगी है तो इस बारे में जांच कराएंगी।