आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मनपसंद जिलों में तैनाती के लिए परेशान चल रहे शिक्षकों के साथ जालसाजी करने वाले एक युवक को लखनऊ एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर सोमवार को सनसनीखेज खुलासा किया। पकड़े गए युवक ने बिहार सरकार के नाम से योगी सरकार को पत्र लिखकर दो शिक्षकों की दूसरे जिलों में तैनाती की सिफारिश की थी।
हालांकि तैनाती से पहले शक होने पर एसटीएफ द्वारा की गयी जांच में जालसाज की पोल खुल गयी और एसटीएफ ने उसे लखनऊ के जियामऊ इलाके से धर दबोचा। युवक ने बताया कि शिक्षकों के तबादले के एवज में उसे एक लाख रुपए मिलने वाले थे। वहीं पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए आज न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
एसएसपी एसटीएफ के अनुसार यूपी सरकार की ओर से एसटीएफ को पिछले दिनों बताया गया था कि किसी व्यक्ति ने बिहार शासन के लेटर पैड पर हस्ताक्षर कर प्रदेश सरकार को दो शिक्षकों के स्थानान्तरण के लिए पत्र भेजा है। एसटीएफ की जांच में पत्र पूरी तरह से फर्जी पाया गया। बीती रात एसटीएफ ने अपने सूत्रों के अनुसार जानकारी जुटाते हुए जियामऊ के पास से जौनपुर जिले के थाना महाराजगंज, गांव केश्वपुर बर्जी निवासी शिवाजी यादव को गिरफ्तार उसके पास से घटना में इस्तेमाल लैपटाप, प्रिन्टर व मोबाईल फोन समेत अन्य सामान भी बरामद कर लिया।
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पूछताछ में शिवाजी यादव ने एसटीएफ को बताया कि उसने इंटरनेट पर बिहार शासन का लेटर पैड व पत्र लेखन का एक वीडियो देखा था। जिसके बाद उसने लेटर पैड के माध्यम से पैसा कमाने की सोची थी। फिर उसने एक प्लॉन बनाते हुए जौनपुर मे जाल्हुपुर स्थित अभिनव प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक व मुन्ना यादव के साथ मिलकर शिक्षकों का फर्जी तरीके से तबादला कराने का मन बनाया।
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शिवाजी यादव के अनुसार उन्हीं दोनों लोगों की सहायता से उसने जौनपुर के बेसार ब्लॉक महाराजगंज स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक गीतम सिंह व आजमगढ़ जिले के ठेकमा ब्लॉक स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात सहायक अध्यापक राहुल कुमार यादव के स्थानान्तरण के लिए फर्जी लेटर पैड पर स्वंय हस्ताक्षर कर यूपी सरकार को पत्र भेजा था। साथ ही पकड़े गए आरोपित ने ये भी दावा किया कि इस तरह से तबादला कराने के बारे में गीतम सिंह व राहुल यादव को उसने कुछ नहीं बताया था।
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आरोपित के पकड़े जाने के बाद एसटीएफ इस मामले में शामिल दो अन्य लोगों की तलाश करने के साथ ही इस बात का भी पता लगा रही है कि दोनों शिक्षकों को सच में इस फर्जीवाड़े के बारे में कुछ मालूम था या नहीं।
गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका-
सीओ एसटीएफ शेषमणि उपाध्याय व एसआइ एसटीएफ पवन कुमार सिंह व अन्य।