नौकरी जाने पर 50 हजार की सुपारी देकर कराई थी कैशियर की हत्‍या, सगे भाई व पिता समेत चार गिरफ्तार

कैशियर की हत्‍या
पुलिस की गिरफ्तर में आरोपित।

आरयू संवाददाता, 

पीजीआइ। दस दिन पहले पीजीआइ इलाके में यूको बैंक के कैशियर राहुल सिंह की गोली मारकर हत्‍या 50 हजार रुपए की सुपारी देकर कराई गयी थी। घटना के पीछे आरोपित की नौकरी जाने का विवाद था। घटना में शामिल पिता उसके दो बेटे समेत चार लोगों को पीजीआइ पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने आज पीजीआइ इलाके से गिरफ्तार कर लिया है।

इस बात का दावा करते हुए सोमवार को एसपी नार्थ विक्रांत वीर ने कहा कि मूलरूप से निहाल खेड़ा मजरा धनकोली थाना विहार जिला उन्नाव निवासी राहुल के पिता अजय पाल सिंह का उनके पड़ोसी तेजबहादुर सिंह से काफी दिनों से रंजिश चल रही थी। तेजबहादुर के बेटे लोकेंद्र ने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र लगाकर अध्यापक की नौकरी हासिल की थी। अजय पाल के आरटीआइ के तहत सूचना मांगे जाने के बाद उसकी नौकरी चली गयी थी। जिसके बाद से दोनों में रंजिश और बढ़ गयी थी।

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इसी बात को लेकर खार खाए पकड़े गए आरोपितों ने अजगैन निवासी अपने रिश्‍तेदार गुड्डू उर्फ दीपक को राहुल सिंह की हत्‍या करने के लिए 50 हजार रुपये की सुपारी दी थी। दीपक ने अपने साथी सूरजपाल के साथ रेकी करने के साथ ही राहुल सिंह की गोली मारकर हत्‍या कर दी। हत्‍या करने से पहले दोनों राहुल का पीछा करते हुए भी एक जगह सीसीटीवी कैमरे में देखें गए हैं।

मृतक के भाई ने पुलिस पर लगाएं आरोप

मृतक के छोटे भाई रोहित सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराने के बाद भी दो आरोपित पप्पू सिंह व शिव शंकर वर्मा को गिरफ्तार नहीं किया है, जबकि यह दोनों मुख्य साजिशकर्ता हैं।

शूटर मिले न असलहा

पुलिस ने भले ही चार आरोपितों को गिरफ्तार कर अपना बोझ कम कर लिया है, लेकिन घटना के दस दिन बीत जाने के बाद भी शूटरों का नहीं पकड़ा जाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है। साथ ही घटना में इस्‍तेमाल असलहे की बरामदगी करने में भी अब तक नाकाम पुलिस के खुलासे पर मृतक के भाई ने ही सवाल उठाकर उसके लिए चुनौतियां और बढ़ा दी है।

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फरार शूटर-

पुलिस को अन्‍य आरोपितों के साथ ही गोली मारने वाले गुड्डू ऊर्फ दीपक पुत्र रणविजय सिंह निवासी लइहा थाना अजगैन जनपद उन्‍नाव व अजगैन ही थाना क्षेत्र निवासी सूरज पाल लोध पुत्र राम स्‍वरूप की तलाश है।

इनकी हुई गिरफ्तारी-

पुलिस ने आज तेज बहादुर सिंह उसके बेटे लोकेंद्र प्रताप सिंह और मानवेंद्र प्रताप सिंह के अलावा घटना में शामिल उन्‍नाव जिले के वोघापुर क्षेत्र निवासी अनिल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

गिरफ्तारी में इनकी रही अहम भूमिका-

क्राइम ब्रांच के विमलेश कुमार सिंह, इंस्‍पेक्‍टर पीजीआइ रविंद्र नाथ सिंह, एसआइ रमाकांत द्विवेदी, विनोद यादव, कांस्‍टेबल मनोज कुमार, देवेंद्र सिंह, सुदीप कटियार, देवकी नंदन समेत अन्‍य।

पूरा मामला जानने के लिए यहां क्लिक करें- राजधानी में यूको बैंक के कैशियर की सरेशाम गोली मारकर हत्‍या से सनसनी