आरयू ब्यूरो, लखनऊ। हिटलर के एक प्रोपेगेंडा मंत्री व पूरी भाजपा के झूठ और प्रोपेगेंडा के सहारे चलने वाले बयान के बाद आज भाजपा ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार किया है। भाजपा ने अखिलेश यादव को प्रोपेगेंडा फैलाने का ब्रांड एंबेसडर बताते हुए कहा है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में जनता सपा के प्रोपेगेंडा को फिर बेनकाब करेगी और पूरी सपा जीरो पर आउट होगी।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने गुरुवार को सपा राष्ट्रीय सम्मेलन के मंच से अखिलेश के बयान को लेकर सपा सुप्रीमो पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा मुखिया प्रोपेगेंडा फैलाने के ब्रांड एंबेसडर हैं। सपा के प्रोपेगेंडा को फिर 2024 में जनता बेनकाब करेगी और जीरो पर पूरी सपा आउट होगी। 2024 में फिर ‘दूध का दूध और पानी का पानी’ होगा।
जनता के नकारने के बाद भी एक ही व्यक्ति को बार-बार चुनना…
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भ्रष्टाचार, जंगलराज, परिवारवाद, तुष्टीकरण ही सपा का डीएनए है और प्रदेश को गर्त में ढकेलने की सजा जनता सपा को दे रही है। सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन परिवारवाद की पराकाष्ठा का सबसे बड़ा नमूना है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर लगातार चार बार से जनता की ओर से नकारे जाने के बाद भी एक ही व्यक्ति को बार-बार चुनना, यह साबित करता है कि पार्टी में दूसरा कोई योग्य व्यक्ति नहीं है और पूरी पार्टी धरातल की सच्चाई से कोसों दूर है।
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अंबेडकर और लोहिया के विचारों से भटक चुकी है सपा
वहीं अखिलेश द्वारा लोहियावादियों व अंबेडकरवादियों को साथ लेकर चलने के बयान को मायावती के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने भी अखिलेश पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सपा सरकार में सबसे अधिक उत्पीड़न दलितों का हुआ, यह बात आज भी दलित समाज भूला नहीं है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर और डॉ. राम मनोहर लोहिया के विचारों से सपा भटक चुकी है। सपा सरकार में पिछड़ों का मतलब सिर्फ एक जाति रही है और एक ही जाति के लोगों को नौकरियां मिलती थीं, जबकि योगी सरकार में कानून-व्यवस्था की प्रशंसा पूरे देश में की जा रही। पूरी पारदर्शिता के साथ नौकरियों में युवाओं की भर्ती हो रही है।