आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लंबे समय से भर्ती का इंतजार कर रहे सहायक शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर है। उत्तर प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। इस भर्ती प्रक्रिया में 5000 पदों को जल्द भरा जाएगा। इसके लिए जल्द ही आदेश जारी किया जा सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कोरोना संक्रमण के कारण इसकी काउंसलिंग दो चरणों में होने की संभावना है। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है।
यूपी में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पर पंचायत चुनाव और फिर कोरोना संक्रमण के कारण विराम लग गया था। जिनकी वजह से पांच हजार शिक्षकों के पद रिक्त रह गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, प्रक्रिया फिर से शुरू होने पर वेटिंग लिस्ट से अभ्यर्थियों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा। इसका आदेश 15 मई के बाद जारी हो सकता है।
भर्ती प्रक्रिया फिर से शुरू करने का आदेश जारी होने के बाद अभ्यर्थियों से आवेदन पत्र मांगे जाएंगे और काउंसलिंग होगी। इसकी घोषणा पहले मार्च के पहले सप्ताह में ही की गई थी, लेकिन जब तक काउंसलिंग का आदेश होता उसके पहले पंचायत चुनाव और फिर कोरोना संक्रमण में आई तेजी के कारण रोकना पड़ा।
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अभ्यर्थियों ने अनलाइन काउंसलिंग की मांग की थी, लेकिन यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग ने इस मांग को ठुकरा दिया। काउंसलिंग नर्सिंग ही होगी और जहां पर ज्यादा रिक्तियां होंगी, वहां पर दो से तीन चरणों में काउंसलिंग होगी। एक जब पर पांच से ज्यादा अभ्यर्थी नहीं बुलाए जाएंगे।
बता दें कि 69 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती में 4000 पद रिक्त रह गए हैं। वहीं, 1133 पद एसटी वर्ग के खाली रह गए हैं। एसटी वर्ग के पद एससी वर्ग से भरे जाने वाले हैं जिन पर न्याय विभाग को निर्णय लेना है। अन्य जिलों से भी भर्तियों के संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारियों से प्रमाणपत्र मांगा गया था। अगले सप्ताह तक सभी जिलों से प्रमाणपत्र मिलने के बाद रिक्तियों की सही गणना हो जाएगी।