आरयू ब्यूरो, लखनऊ। तीन दिवसीय प्रदर्शनी की शुरुआत शुक्रवार को राजभवन प्रांगण में हुई। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज किसानों को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए बागवानी फसलों की खेती पर जोर देते हुए कहा कि औद्यानिक और औषधीय फसलों से अन्नदाता अपनी आय को तीन गुना कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने आज राजभवन में लगी 54वीं प्रादेशिक फल शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस दौरान सीएम ने प्रगतिशील किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के पास पर्याप्त जल संसाधन और प्रचूर मात्रा में उर्वरा भूमि है, ऐसे में पारंपरिक फसलों के साथ साथ बागवानी एवं औषधीय फसलों से अन्नदाता अपनी आय को दोगुना-तीन गुना कर सकते हैं। साथ ही सीएम ने कहा कि उत्तर भारत की सबसे बड़ी फल-फूल प्रदर्शनी तीन दिन तक राजभवन के प्रांगण में होती है।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्नदाताओं की आमदनी को कई गुना बढ़ाने पर चर्चा करते हैं और अन्नदाताओं की आमदनी बढ़ाने के मामले में परंपरागत खेती से कई गुना ज्यादा क्षमता बागवानी फसलों में है। बागवानी खेती से जुड़े किसानों की सफलता की अपनी कहानी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश एक कृषि प्रधान देश है। प्रकृति ने हमारे किसानों को पर्याप्त जल संसाधन और उर्वरा भूमि दी है। उन्होंने प्रदर्शनी की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी पुष्प प्रदर्शनियां प्रगतिशील किसानों को एक नया मंच प्रदान करती हैं, इसके लिए मैं उद्यान विभाग को हृदय से धन्यवाद देता हूं।
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संबोधन से पहले मुख्यमंत्री ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के साथ प्रत्येक स्टॉल पर जाकर विभिन्न प्रकार की सब्जियों, फूलों, औषधीय फसलों, टिशू कल्चर से उत्पादित फसल, शहद आदि का अवलोकन किया। इस दौरान फूलों से बनायी गयी राम मंदिर की प्रतिकृति और विशाल शिवलिंग को देखकर आश्चर्य व्यक्त किया। प्रदर्शनी में सब्जियों की सभी प्रजातियों को देख मुख्यमंत्री ने उन्हें उपजाने वाले किसानों की प्रशंसा की।