आरयू वेब टीम। मणिपुर के इंफाल शहर में सुरक्षाबलों और भीड़ के बीच शुक्रवार को रातभर हुई झड़पों में कई नागरिक घायल हो गए। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंफाल में भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के घर जलाने की भी कोशिश की। अधिकारियों के मुताबिक, मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के क्वाकटा और चुराचांदपुर जिले के कंगवई से पूरी रात गोलीबारी होने की सूचना है।
वहीं लोगों की मानें तो झड़प में दर्जनों से अधिक लोग घायल हुए है। बताते चलें कि मणिपुर में महीनों से हिंंसा के बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन सरकारें इसपर रोकने लगाने में नाकाम हैं ऐसे में हजारों लोग बेघर हो चुके, जबकि बड़ी संख्या में लोगों ने अपने जान गंवाई है।
अधिकारियों ने बताया कि इंफाल पश्चिम के इरिंगबाम पुलिस थाने में लूट की कोशिश की गई। हालांकि, इस दौरान कोई हथियार चोरी नहीं हुआ। अधिकारियों के अनुसार, दंगाइयों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए सेना, असम राइफल्स और मणिपुर द्रुत कार्य बल(आरएएफ) ने इंफाल में आधी रात तक संयुक्त मार्च निकाला।
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उन्होंने बताया कि लगभग एक हजार लोगों की भीड़ ने महल परिसर के पास स्थित इमारतों में आग लगाने की कोशिश की। आरएएफ ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और रबड़ की गोलियां चलाईं। इंफाल में भीड़ ने विधायक बिस्वजीत के घर में आग लगाने की कोशिश भी की। हालांकि, आरएएफ की टुकड़ी ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। भीड़ ने सिंजेमाई में मध्य रात्रि के बाद भाजपा कार्यालय का घेराव किया, लेकिन वह उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकी, क्योंकि सेना ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया।
उन्होंने बताया कि इसी तरह, इंफाल में आधी रात के करीब पोरमपेट के पास भाजपा की महिला इकाई की अध्यक्ष शारदा देवी के घर में भीड़ ने तोड़फोड़ करने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने भीड़ को खदेड़ दिया।