आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बिना डिमांड सर्वे व प्लानिंग की अनदेखी कर बनाए गए करीब दो हजार फ्लैट लखनऊ विकास प्राधिकरण के गले की हड्डी बन चुके हैं। दाम कम करने व अखबारों के विज्ञापन समेत अन्य माध्यमों से प्रचार प्रसार में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी कानपुर रोड व अन्य योजनाओं में स्थिति ये फ्लैट बेचने में अधिकारी नाकाम हो रहें हैं। पूरी तरह से जर्जर होने से पहले इन फ्लैटों को बेचने के लिए एलडीए ने एक बार फिर से करोड़ों रुपए खर्च करते हुए नए तरीके अपनाने का मन बनाया है। बुधवार को एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने अफसर व इंजीनियरों की टीम के साथ माथा-पच्ची करने के बाद फ्लैटों को जोड़कर व अन्य तरीके से बेचने के लिए निर्देश दिए हैं।
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बैठक में वीसी ने ट्रांजेक्शन एडवाइजर को निर्देशित किया कि जिन अपार्टमेंट्स में ज्यादा फ्लैट खाली हैं। उनमें भवनों की लागत, कार्पेट एरिया आदि की समीक्षा करते हुए ऐसी कार्ययोजना बनायी जाए, जिससे कि इन फ्लैटों को बेचा जा सके।
दो-दो फ्लैट को जोड़कर भी होगी बेचने की कोशिश
इंद्रमणि त्रिपाठी ने अपना आंकलन करते हुए कहा कि वर्तमान में फोर बीएचके फ्लैट्स की डिमांड ज्यादा है, ऐसे में कानपुर रोड योजना स्थित अश्लेषा, भरणी व मघा अपार्टमेंट में दो बीएचके के दो-दो फ्लैटों को मिलाकर चार बीएचके फ्लैट तैयार कर बेचा जा सकता है। इसके लिए उन्होंने पीआइयू सेल में तैनात अधिकारियों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये।
साथ ही रश्मि लोक अपार्टमेंट में स्टूडियो फ्लैट तैयार करने का भी प्रस्ताव बनाने को कहा। बैठक में वीसी ने कहा कि प्रस्ताव तैयार करते समय फ्लैटों की संरचना व स्ट्रक्चर की मजबूती का परीक्षण जरूर कराएं।
बदहाल होते फ्लैटों को संवारने के लिए फिर होगा टेंडर
इसके अलावा जिन अपार्टमेंट्स में सिविल कार्य अधूरे या मानकों के विपरित है। उनमें पीआइयू व अभियंत्रण की संयुक्त टीम निरीक्षण कर कमियों को ढूंढने के साथ ही जहां सुधार की आवश्यकता है, उसका एस्टीमेट तैयार करा कामों को जल्द से जल्द पूरा कराए।
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मॉडल फ्लैट बनाकर भी करें मार्केटिंग
साथ ही उपाध्यक्ष ने यह भी निर्देश दिया कि जिन अपार्टमेंट्स में अधिक फ्लैट खाली हैं, उनमें फर्नीचर आदि से लैस एक मॉडल फ्लैट तैयार कराया जाए। उनकी व्यापक स्तर पर मार्केटिंग करायी जाए, जिससे कि अधिक से अधिक लोगों को प्राइम लोकेशन पर स्थित इन संपत्तियों के बारे में जानकारी मिले और लोग मॉडल फ्लैट देखकर खरीद सकें।
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इस दौरान गोमती नगर के विराज खंड में प्रस्तावित सेकेंड इनिंग होम्स का भी प्रजेंटेशन दिया गया। जिसमें वीसी ने निर्देशित किया कि योजना में वरिष्ठ नागरिकों के लिए फ्लैटों के साथ ही सभी जरूरी सुविधाएं भी विकसित की जानी हैं। इसे इस तरह डिजाइन किया जाए कि भवनों की लागत अधिक न हो और पात्र व्यक्ति इसे आसानी से खरीद सकें। इंद्रमणि त्रिपाठी ने योजना की डीपीआर का परीक्षण कराकर टेंडर कराने का भी निर्देश दिया है।
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बैठक में एलडीए सचिव विवेक श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता अजय कुमार सिंह, वित्त नियंत्रक दीपक सिंह, मुख्य नगर नियोजक केके गौतम, आधिशासी अभियंता संजीव कुमार गुप्ता व नवनीत शर्मा समेत अन्य इंजीनियर मौजूद रहें।