आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रॉजेक्ट रहे जनेश्वर मिश्र पार्क में इंट्री टिकट लगाकर अपनी झोली भरने का सपना सजाने वाले एलडीए से पार्क नहीं संभल रहा है। यह बात आज उस समय सामने आ गई जब कृत्रिम झील में बोटिंग का मन बनाकर पहुंचे लोगों ने वहां ढेरों गड़बडि़यां देख हंगामा मचाना शुरू कर दिया। 70 प्रतिशत पैडल बोट कबाड़ में तब्दील होने के चलते बोटिंग नहीं कर पाने से राजधानी समेत अन्य शहरों से पहुंचे मायूस लोगों ने हंगामा मचाया तो काउंटर से दो घंटा पहले ही टिकट की बिक्री भी बंद कर दी गयी।
छुट्टी होने के चलते जहां रविवार को जेएम पार्क में बोटिंग करने वालों की भारी भीड़ थी। वहीं 55 में से 40 पैडल बोट खराब होकर झील समेत यहां-वहां कबाड़ के जैसी पड़ी थी। पार्क के कर्मचारियों ने बताया कि यह स्थिति करीब पांच-छह महीने से है, लेकिन शिकायत करने के बाद भी आज तक अधिकारियों और इंजीनियरों ने इस पर ध्यान देना जरूरी नहीं समझा। वहीं हंगामे के बाद अब एलडीए के अफसर व इंजीनियर जवाब देने से बच रहे हैं।
यहां बताते चले कि पिछले साल जुलाई में बोटिंग शुरू होने के बाद ही पैडल बोट में गड़बडी की बात सामने आई थी। जिसके बाद पूर्व एलडीए वीसी सत्येंद्र सिंह यादव ने बोट खरीदने में अहम भूमिका निभाने वाले अधिशासी अभियंता अजय कुमार सिंह और सहायक अभियंता अनूप शर्मा पर कार्रवाई करने की बात भी मीडिया से कही थी। हालांकि उसके बाद ही अनूप शर्मा रिटायर हो गए और एके सिंह का मेरठ ट्रांसफर हो गया, लेकिन वीसी की ओर से इंजीनियरों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी।
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बिना लाइफ जैकेट के पैडल बोट पर सवार थे क्षमता से अधिक लोग
झील में टू सीटर पैडल बोट पर लोग खतरनाक तरीके से बोटिंग करते भी नजर आएं। दो की जगह तीन से चार लोग पैडल बोट पर बैठे थे। साथ ही अधिकतर लोग लाइफ जैकेट भी नहीं पहने थे। वहीं 10 से 12 साल के स्कूली बच्चें भी पैडल बोट पर क्षमता से अधिक सवार दिखाई दिए। एलडीए की ओर से ये बदइंतजामी तब सामने आई है जब इसी झील में डूबने के चलते एक युवक की जान तक जा चुकी है।
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खड़ी रही पांच गंडोला, देखकर लौटते रहे लोग
विदेश से मंगाई गई स्पेशल गंडोला बोट पर घूमने पहुंचे ज्यादतर लोगों को उसे देखकर ही मायूस लौटना पड़ा। दस में से पांच गंडोला बोट चलाने वाले ड्राइवर वहां मौजूद ही नहीं थे। एक गंडोला के ड्राइवर ने बताया कि पिछले करीब छह महीने से पांच ड्राइवर होने के चलते इतनी ही गंडोला चलाई जा रही हैं। दूसरी ओर पार्क में दो किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पैदल तय करने के बाद झील तक पहुंचे लोग बोटिंग नहीं कर सके तो एलडीए के सिस्टम को फेल बताते हुए लौट गए।
स्कूल प्रबंधक ने लगाया अभद्रता का आरोप
बहराइच के कैसरगंज स्थित केवीएल पब्लिक स्कूल के 50 बच्चों समेत 70 लोगों का टूर लेकर पहुंचे प्रबंधक रमाशंकर राय का बोट संचालन में लगे एलडीए कर्मचारियों से झगडा़ हो गया। रमाशंकर का आरोप था कि 70 लोगों की जगह 30 ही बच्चों का टिकट दिया गया। उसके बाद सभी टिकट उनसे एक साथ ले लिए गए और 27 बच्चों को बोट पर बैठाकर संचालन करने वाले 30 बच्चे पूरे होने की बात कर रहे थे। विरोध करने पर उनके साथ धक्का-मुक्की की गयी। बाद में मीडियाकर्मियों को देखकर बाकी के सिर्फ तीन बच्चों को बोट पर बैठाने के लिए राजी हुए।
एक ही टिकट बेचा जा रहा था दोबारा
हंगामा कर रहे लोगों का आरोप था कि उन लोगों को जो टिकट दिया जा रहा है उस पर न टाइमिंग लिखी जा रही है और न ही बोट नंबर डाले जा रहे है। इतना ही नहीं नियमों के अनुसार आधा टिकट लौटाने की जगह वापस उन्हीं टिकटों को काउंटरों से दोबारा बेचा जा रहा है। इसका विरोध करने पर यहां तैनात कर्मचारी अभद्रता कर रहें हैं।
सपा सरकार ने जनहित और लोगों के मनोरंजन के लिए काफी काम किए थे। जनेश्वर मिश्र पार्क भी उनमें से एक है, लेकिन रख-रखाव ठीक से नहीं करवाकर अब योगी सरकार उनको लगातार बर्बाद कर रही है। विकास और रखरखाव के लिए कोई बजट तक नहीं पास किया जा रहा है। राजेंद्र चौधरी, मुख्य प्रवक्ता सपा
पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के कारण योजनाओं को जिस तरह से डेवलप होना चाहिए नहीं हो पायी हैं। इस कारण से जनता को असुविधा हो रही है। जल्द ही प्रदेश सरकार जांच कराकर उनको सुव्यवस्थित करने का काम करेगी। जिससे कि जनता को आगे असुविधा न होने पाए। डॉ. चन्द्रमोहन, प्रदेश प्रवक्ता भाजपा
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