जनसभा में मुख्‍यमंत्री का अखिलेश पर निशाना, “नाम समाजवादी, काम तमंचावादी, सोच परिवारवादी”

तमंचावादी
जनसभा को संबोधित करते मुख्‍यमंत्री।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश ने सत्ता में आते ही भगवान राम के मंदिर पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमें वापस लिए और हमने किसानों के कर्ज को माफ़ करने, बेटियों की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्कॉट का गठन करते हुए अवैध बूचड़खानों को बंद करने का कार्य किया क्योंकि हमारी सोच यूपी के विकास की है। जबकि समाजवादी पार्टी की सोच ऐसी नहीं है। इनका नाम समाजवादी है, लेकिन काम तमंचावादी और सोच परिवारवादी है। अपने परिवार के बाहर तो यह सोच ही नहीं सकते। यह लोग एक ही खानदान को आगे बढ़ाते हैं। और दूसरों को आगे बढ़ने नहीं देते।

अराजकता का तांडव इस कदर था कि…

योगी आज मैनपुरी में किशनी विधानसभा क्षेत्र के विनायकपुर मकियानी फील्ड में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते रहे थे। सीएम ने कहा कि याद करिये अखिलेश सरकार के दौरान मैनपुरी की स्थिति क्या थी? यहां दिन में बमबाजी होती थी और रात में डकैती। इस क्षेत्र में अराजकता पैदा करने वाले तत्व, रहजनी करने वाले तत्व दंगा करने वाले और चमचागिरी करने वाले तत्व सत्ता पर काबिज होकर आमजन का जीना हमारा कर दिए थे। तब मैनपुरी सहित पूरे प्रदेश में गुंडागर्दी चरम पर थी। माफिया किसी की भी जमीन पर कब्जा कर लेते थे। सम्मानित नागरिकों के घर पर गुंडे कब्जा कर लेते थे। ृृृलोग घर से निकलने में घबराते थे। त्योहार के पहले दंगे होते थे। महीनों कर्फ्यू लगता था। पुलिस में शिकायत करने वालो के ही खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी जाती थी। वर्ष 2017 में जब भाजपा की सरकारृृ आयी तो हमने गुंडागर्दी करने वालों के खि़लाफ़ कार्रवाई की। सारे माफिया और गुंडागर्दी करने वाले लोग बिलों में छिप गए।

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हमला जारी रखते हुए योगी ने कहा कि अब बुलडोजर का नाम आते ही सबसे ज्यादा तकलीफ अखिलेश यादव को होती है, उनके इत्र वाले मित्रो के यहां हुए एक्शन में करोड़ों रुपए बदामद हुए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अखिलेश सरकार की संवेदना गरीबों के उत्थान, बेटियों की सुरक्षा, नौजवानों को नौकरी और रोजगार देने को लेकर नहीं थी। उनकी संवेदना तो सत्ता में आते ही आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने के प्रति थी। जिसके चलते सत्ता में आते ही अखिलेश यादव ने अयोध्या के राममंदिर पर हमला करने वाले और रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने वाले आतंकवादियों के मुकदमें वापस लेने का फैसला किया था। अखिलेश सरकार में माफिया और गुंडों को हेलीकॉप्टर में घुमाया जाता था और उन्हें सम्मानित किया जाता था।