आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पत्रकारपुरम चौराहे से कुछ दूरी पर विनय खण्ड दो में स्थित जिस शोरूम को एलडीए के इंजीनियर महीनों से बचाने की कोशिश कर रहे थे। आज उसी शोरूम को इंजीनियरों को मजबूरी में सील करना पड़ा। चुनाव ड्यूटी के चलते राजधानी में पहले से ही पुलिस की कमी को जानते हुए जोन एक के इंजीनियर ने शोरूम को बचाने के लिए दूसरे अफसरों की तरह एलडीए सचिव से भी कहा कि उन्हें एसएसपी से फोर्स दिलाई जाए।
जिस पर सचिव ने जवाब दिया कि जब एलडीए में चौकी है तो उस पर तैनात पुलिस कर्मी किस दिन काम आएंगे। आप उन्हें लेकर जाइए। वहीं सचिव ने चौकी पर तैनात दरोगा को भी बुलाकर इंजीनियरों की टीम के साथ जाकर कार्रवाई कराने का निर्देश दिया।
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सचिव के निर्देश मिलने के बाद अधिशासी अभियंता चक्रेश जैन, जेई विनोद कुमार गुप्ता समेत एलडीए के अन्य इंजीनियर व कर्मचारी पुलिस के साथ विनय खण्ड के भवन संख्या 2/16 पर बने जेपी सिंह के अवैध शोरूम को सील करना पड़ा।
बताते चलें कि पत्रकारपुरम व उसके आसपास के इलाकों की घरों में शोरूम खुलने के चलते नरकीय हालत होने के बाद भी मेन रोड पर अवैध शोरूम तैयार होता देख ‘Rajdhaniupdate.com’ ने बीते 15 सितंबर को अवैध शोरूम और अवैध निर्माण की तस्वीरों व ‘वीसी साहब तो ईमानदार हैं’ फिर कौन करार रहा अवैध निर्माण’ शीर्षक के साथ खबर पोस्ट कर मामले को उठाया था।
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जिसपर एलडीए वीसी ने कार्रवाई के लिए कहा था। पूर्व सचिव जयशंकर दूबे ने लेटर लिखकर एसएसपी से पुलिस की मांग भी की थी, लेकिन वह पूरी नहीं हो सकी थी। इंजीनियरों को लगा था कि एक बार फिर पुलिस की कमी वाला पैंतरा लगाकर शोरूम को बचा ले जाएंगे। हालांकि ऐसा नहीं हो सका।
ये इंजीनियर है जिम्मेदार
सरकार बदलने के बाद राजधानी की बेहतरी की उम्मीद के साथ गाजियाबाद से भेजे गए अधिशासी अभियंता चक्रेश जैन, लंबे समय से जोन में अवैध निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए तैनात सहायक अभियंता दिवाकर त्रिपाठी और जेई विनोद कुमार गुप्ता व उनकी टीम।
इंजीनियर ने पुलिस फोर्स की मांग की थी, जिसपर एलडीए चौकी की पुलिस के साथ मौके पर जाकर कार्रवाई करने के लिए कहा गया था। शोरूम सील हो गया। कहीं कोई दिक्कत नहीं हुई। एमपी सिंह, एलडीए सचिव
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