आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। संगठित अपराध की कमर तोड़ने के लिए असत्तिव में आए कानून यूपीकोका को लेकर अब उत्तर प्रदेश में राजनीत तेज होती नजर आ रही है। आज बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के यूपपीकोका का विरोध करने पर अब भाजपा ने इसे लेकर विरोधियों पर पलटवार किया है।
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि उत्तर प्रदेश में संगठित अपराध में लिप्त अपराधियों को कानूनी दायरे में लाने के लिए लंबे समय से कठोर कानून की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। अब योगी सरकार अपराध और अपराधियों एवं उनके आकाओं को कानूनी दायरें में लाकर संगठित और संरक्षित अपराध की रीढ़ तोड़ना चाहती है तो ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत समस्त विपक्ष का यूपीकोका का विरोध करना अपराध व अपराधियों के समर्थन के समान है।
यह भी पढ़ें- भाजपा का पलटवार, अपराधियों को समर्थन करने के बराबर है यूपीकोका का विरोध
प्रदेश प्रवक्ता ने प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए दावा किया कि मनी लांड्रिग, भू-माफियाओं, फिरौती, नकली दवाओं का व्यापार करने वालों के विरूद्ध यूपीकोका जैसे कठोर कानून की आवश्यकता है। योगी सरकार अपराध के खात्मे को संकल्पित है और इसके लिए विपक्ष के हर नजायज दबाव को दरकिनार कर यूपीकोका को सदन में प्रस्तुत किया है।
विपक्षी दलों के आरोप को नकारते हुए डॉ. चन्द्रमोहन ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार बिना पक्षपात के सभी को न्याय दिलाने के लिए निरंतर काम कर रही है। बसपा सुप्रीमो और सपा सुप्रीमों मुद्दाविहीन है और सिर्फ विरोध करने के लिए उत्तर प्रदेश की भलाई में किए गए हर कार्य का विरोध कर रहे है। पिछले 15 वर्षो में सपा और बसपा की सरकारों में संगठित अपराध राजनैतिक संरक्षण में खूब फला-फूला। सपा-बसपा की सरकारों में भूमाफियाओं एवं खनन माफियाओं के कुचक्र से न सिर्फ सरकारी सम्पत्तियां महफूज थी बल्कि गरीब, किसान और व्यापारियों की सम्पत्तियां भी सुरक्षित नहीं थी।
यह भी पढ़ें- योगी की कैबिनेट का फैसला, संगठित अपराध पर वार के लिए यूपीकोका को मंजूरी