आरयू वेब टीम।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में आने के बाद से ही भगवा रंग काफी चर्चा में आ गया है। इस रंग का इस्तेमाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खुश करने के लिए अधिकारी व भाजपा समर्थक कभी उनके ऑफिस, स्कूल, थानों व बसों को भगवा मय करवा रहें है तो कही असामजिक तत्व महापुरुषों की प्रतिमाओं को ही चोरी से भगवा रंग में रंग रहे है।
संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के बाद अब ताजा मामला राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को भगवा रंग में रंगने का यूपी के शाहजहांपुर से सामने आया है। बंडा थाना के ढाका घनश्यामपुर गांव में हुई इस घटना के बाद ग्रामीणों के साथ ही तमाम जगहों पर गांधी के मानने वालों में जबरदस्त नाराजगी है।
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बताया जा रहा है कि ग्रामसभा की जमीन पर करीब 20 साल पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित की गई थी। रातों-रात किसी ने गांधी जी की प्रतिमा को भगवा रंग में रंग कर उसे भगवामय कर दिया।
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सुबह जब लोगों की निगांह प्रतिमा पर पड़ी तो लोगों में रोष व्याप्त हो गया। ग्रामीणों का आरोप था कि भाजपा के लोगों ने प्रतिमा को रंगकर राष्ट्रपिता के प्रति अपनी मानसिकता का परिचय दिया है।
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हालांकि कुछ गांववालों का ये भी मानना था कि असामाजिक तत्व इस तरह की घिनौनी हरकत कर क्षेत्र में अशांति फैलाना चाहते हैं। फिलहाल जिलाधिकारी शाहजहांपुर ने घटना की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच एडीएम को सौंप दी है।
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बदायूं में भगवामय हुए थे संविधान निर्माता
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बदायूं जिले के कुंवरगांव के दुगरैया बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर भी किसी ने भगवा रंग चढ़ा दिया था, जिसके बाद देश भर में उनके मानने वालों ने जबरदस्त नाराजगी जतायी थी। बाद में मामले को तूल पकड़ता देख इसे वापस नीले रंग में रंगवा दिया गया था।
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