आरयू ब्यूरो, लखनऊ। राजधानी लखनऊ में एक बार फिर बदमाश बेलागाम होते दिखाई दे रहे हैं। रविवार रात चारबाग रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर बाइकसवार बदमाशों ने घड़ी व्यापारी की गोली मारकर हत्या व दिल्ली से तगादे के लिए यहां पहुंचे दूसरे व्यापारी को असलहे के बट से वारकर घायल करने के बाद लाखों रुपए लूट लिए।
घटना के समय दोनों व्यापारी चारबाग रेलवे स्टेशन जा रहे थे। आलमबाग कोतवाली क्षेत्र में हुई इस घटना की जानकारी लगते ही पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। कुछ ही देर में स्थानीय पुलिस के अलावा एसएसपी कलानिधि नैथानी समेत पुलिस के अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की।
बताया जा रहा है कि नाका क्षेत्र के दुर्वियजयगंज निवासी मनोज भट्टाचार्या (49) की नत्था चौराहे के पास पान मसाले की थोक दुकान है। साथ ही मनोज घड़ी का भी व्यापार करते हैं। मनोज के दिल्ली निवासी व्यापारी दोस्त आशुतोष बजाज रविवार को लखनऊ अपने कैश के कलेक्शन के लिए आए थे। रात करीब दस बजे मनोज गुरुनानक मार्केट से अपना तगादा वसूलने के बाद अशुतोष को स्कूटी से लेकर चारबाग रेलवे स्टेशन जा रहे थे। जहां से आशुतोष को ट्रेन पकड़नी थी।
इस दौरान मनोज के पास उनका सूटकेस था, जबकि आशुतोष ट्रॉली बैग लिए हुए थे। तभी चारबाग रेलवे स्टेशन से कुछ पहले दुर्गापुरी मेट्रो स्टेशन के पास बाइकसवार बदमाशों ने उन्हें ओवरटेक कर रोक लिया। सूटकेस छिने जाने पर मनोज ने विरोध किया तो बदमाशों ने उन्हें गोली मारने के साथ ही अशुतोष के सिर पर असलहे की बट से वारकर घायल कर दिया। लहुलूहान होने के बाद व्यापारियों के जमीन पर गिरते ही बदमाश सूटकेस व ट्रॉली बैग लूटकर भाग निकले।
घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने राहगीरों की सहायता से मनोज को ट्रामा सेंटर पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। जबकि आशुतोष का पास के ही एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बतायी गयी है।
घायल व्यापारी ने पुलिस को बताया कि उनके बैग में दो लाख रुपए व कुछ अन्य सामान था, जबकि मनोज की मौत होने के चलते देर रात तक ये पता नहीं चल सका था कि उनके सूटकेस में कितने रुपए थे।
मनोज के भी तगादे से लौटने के चलते अंदेशा जताया जा रहा है कि उनके भी सूटकेस में लाखों रुपए हो सकते हैं, वहीं ये भी कहा जा रहा है कि किसी जानने वाले ने ही व्यापारियों के पास कैश होने की मुखबिरी बदमाशों से की होगी, जिसके बाद इस तरह से घटना को अंजाम दिया गया।
पुलिस घटनास्थल के आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही बदमाशों की तलाश में संदिग्धों से पूछताछ कर रही है। वहीं छानबीन के दौरान एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि घटना के खुलासे और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए आठ टीमें बनाई गयीं हैं।
दूसरी ओर घटना की जानकारी लगने मनोज के परिजन रोते-बिलखते ट्रामा सेंटर पहुंचे थे। वहीं ट्रामा पहुंचे व्यापारियों में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर काफी गुस्सा था। व्यापारियों का कहना था कि घटनास्थल के आसपास पहले भी हत्या व लूट समेत कई संगीन वारदात हो चुकी है, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने अब तक इलाके में ऐसा कोई काम नहीं किया जिससे कि अपराधियों में डर पैदा हो सके। परिजनों व व्यापारियों के गम और गुस्से को देखते हुए पुलिस रात में ही शव का पोस्टमॉर्टम कराने का प्रबंध कर रही थी।