आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के संदिग्ध सड़क हादसे के बाद मचे सियासी घमासान के बाद आखिरकार भाजपा ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है। कुलदीप सिंह सेंगर पार्टी से पहले ही निलंबित चल रहे थे। गुरुवार को इस बात की जानकारी देते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने लखनऊ में पत्रकारों को बताया कि निलंबित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
वहीं सीबीआइ ने उन्नाव बलात्कार पीड़िता के सड़क दुर्घटना मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और नौ अन्य के खिलाफ हत्या के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की जांच करने के लिए एजेंसी की तरफ से गठित विशेष टीम रायबरेली जिले के गुरबख्शगंज इलाके में हादसा स्थल पर पहुंची। टीम ने अपराध स्थल, मारूति स्विफ्ट कार को टक्कर मारने वाले ट्रक का निरीक्षण किया। दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचे पुलिस अधिकारियों से भी सीबीआइ की टीम ने बातचीत की।
यह भी पढ़ें- उन्नाव गैंगरेप: पीड़ित परिवार का लेटर न मिलने पर CJI ने जताई नाराजगी, सुनवाई कल
वहीं एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि टीम महिला की सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारियों से भी बातचीत करेगी और उनसे पूछेगी कि रविवार को वे पीड़िता के साथ क्यों नहीं थे, जब दुर्घटना हुई। लापरवाही बरतने वाले पीड़िता की सुरक्षा में लगे तीन पुलिसवाले भी सस्पेंड हुए हैं।
यह भी पढ़ें- गैंगरेप पीड़िता का संदिग्ध एक्सिडेंट: CBI ने विधायक कुलदीप समेत 30 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच
बताते चलें कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निष्कासित करने की मांग को लेकर बुधवार को उपवास किया। पार्टी आलाकमान के निर्देश पर कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह से जीपीओ पार्क में उपवास पर बैठे। कांग्रेस नेता अजय कुमार ‘लल्लू’ ने कहा कि उपवास विधायक को निष्कासित करने की मांग को लेकर है, क्योंकि केवल निलंबन से काम नहीं चलेगा।