आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की कार का रविवार को रायबरेली में हुए संदिग्ध एक्सिडेंट के मामले में बुधवार को सीबीआइ ने निलंबित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत दस नामजद व 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ अपने यहां मुकदमा दर्ज कर लिया है।
संबंधित खबर- उन्नाव गैंगरेप पर अब बोलीं मायावती, विधायक को है भाजपा का संरक्षण इसलिए CBI में केस है लंबित
साथ ही एफआइआर दर्ज करने के साथ ही सीबीआइ की टीम एक्शन में भी दिखाई दी। सीबीआइ की एक टीम आज जहां रायबरेली गुबक्शगंज थाना क्षेत्र में स्थित घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची। वहीं दूसरी ओर एक अन्य टीम ने लखनऊ के केजीएमयू स्थित ट्रामा सेंटर पहुंचकर पीड़िता व उसके वकील का हाल जानने के साथ ही लोगों से पूछताछ की।
संबंधित खबर- बड़ी खबर: BJP विधायक पर गैंगरेप का आरोप लगाने वाली किशोरी की कार को ट्रक ने मारी टक्कर, मौसी-चाची की दर्दनाक मौत, पीड़िता व वकील की हालत गंभीर
सीबीआइ ने जानकारी देते हुए डॉक्टरों को बताया कि इस मामले की जांच सीबीआइ ने शुरू कर दी है। पीड़िता या वकील जब भी बयान देने की स्थिति में हों या वह जांच अधिकारी को कुछ बताना चाहते हों, तो इसकी सूचना सीबीआइ को तत्काल दी जाए। इसके अलावा रायबरेली में घटनास्थल पर जांच करने के साथ ही गुरूबक्शगंज थाने पहुंची सीबीआइ की पहली टीम ने वहां से भी जानकारी जुटाई।
संबंधित खबर- किशोरी से गैंगरेप के मामले में जेल में बंद विधायक कुलदीप से मिलने पहुंचे साक्षी महाराज, कहा जीत के बाद अदा करने आया था शुक्रिया
इनके खिलाफ किया सीबीआइ ने केस दर्ज
सीबीआइ द्वारा नामजद किए गए लोगों में उन्नाव के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के अलावा उनके भाई मनोज कुमार सेंगर, प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह के दामाद अरुण सिंह, विनोद मिश्रा, हरिपाल सिंह, नवीन सिंह, कोमल सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रिंकू सिंह और एडवोकेट अवधेश सिंह शामिल हैं। साथ ही पीड़िता के चाचा के अंदेशा जताने पर 15-20 अज्ञात लोगों को भी सीबीआइ ने अपने केस में शामिल करते हुए उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
संबंधित खबर- ट्रामा सेंटर में बच्चों के साथ धरने पर बैठे उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिजन, कहा चाचा के आए बिना नहीं होगा अंतिम संस्कार
बताते चलें कि गैंगरेप पीडि़ता के कार के संदिग्ध सड़क हादसे के बाद मचे सियासी हंगामे को देखते हुए योगी सरकार ने मंगलवार को ही सीबीआइ जांच की सिफारिश कर दी थी। राज्य सरकार की संस्तुति पर केंद्र ने 24 घंटे के भीतर ही सीबीआइ जांच की अधिसूचना जारी कर दी, जिसके बाद सीबीआइ ने मामला दर्ज करते हुए अपनी जांच शुरू कर दी है।