आरयू संवाददाता, लखनऊ। बंथरा इलाके में बुधवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। बनी-मोहान रोड पर हुए सड़क हादसे में बाइकसवार दो जिगरी दोस्तों की मौत हो गयी। हादसे का एक दुखद पहलू ये भी रहा कि शव सड़क से हटाए जाते इससे पहले ही उनपर से दर्जनों वाहन गुजर चुके थे। वहीं हादसे की जानकारी से आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने प्रदर्शनकारियों की मांगों को पूरा कराने का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराते हुए लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बंथरा पुलिस मृतक के पिता राकिशन की तहरीर पर अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए उनका पता लगा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार बंथरा के कल्लन खेड़ा निवासी रामकिशन का बड़ा बेटा रोहित (18 वर्ष) एक निजी इंटर कॉलेज में दसवीं का छात्र था। रोहित का चचेरा भाई मोनू आज दिल्ली से आ रहा था। जिसे कटिया बगिया के पास से लेने के लिए भोर में करीब चार बजे रोहित बाइक से निकला था। रोहित के साथ कल्लन खेड़ा का ही निवासी उसका जिगरी दोस्त शक्तिमान (19) भी था।
पिता रामकिशन के अनुसार बाइक के मोहान रोड स्थित कैंपा कोला फैक्ट्री के पास पहुंचते ही कटी बगिया की ओर से आर रही एक ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर से दोनों दोस्त बाइक समेत सड़क के बीच जा गिरे। हादसे में गंभीर रूप से घायल होने के बाद दोनों उठ पाते इससे पहले ही पीछे से कतार में आ रहें दर्जनों वाहन उनके ऊपर से गुजर गए। जिसके चलते दोनों युवक का शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया।
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इस बीच हादसे की जानकारी पाकर मौके पर भागते हुए पहुंचें परिजनों ने मौत के बाद शवों की स्थिति को देखकर रोना-पीटना शुरू कर दिया। वहीं दिल दहलाने वाली घटना की जानकारी से आक्रोशित ग्रामीण मौके पर ही सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सड़क चौड़ी नहीं होने के चलते आए दिन यहां लोगों की जानें जा रही हैं, लेकिन सब जानने के बाद भी जिम्मेदारी अधिकारी आंख बंद किए बैठे हैं।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची बंथरा और सरोजनीनगर पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश कि हालांकि ग्रामीण नहीं माने और आर्थिक सहायता, नौकरी व सड़क चौड़ीकरण की अपनी मांगों को लेकर शवों के साथ मौके पर डटे रहें। इस दौरान वाहनों की लंबी लाइनें लग गयी।
प्रदर्शनकारियों के घंटों बाद भी नहीं मानने और भीषण जाम की जानकारी पाकर मौके पर पहुंचें उप जिलाधिकारी चंदन पटेल ने दोनों मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा दिलाने व अन्य मांगों में हर संभव सहायता करने का अश्वासन देकर ग्रामीणों को सड़क से हटाया।
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वहीं घटना के बाद शक्तिमान के पिता टुहरू, मां फूला देवी, भाई राजू, हरिनाम और पंकज, जबकि रोहित के पिता राम किशन, मां राम जानकी छोटे भाई राहुल का रो-रोकर बुरा हाल था। ग्रामीणों का कहना था कि रोहित व शक्तिमान के बीच बचपन से ही गहरी दोस्ती थी, दोनों हर जगह साथ ही जाते थे, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि दोनों एक साथ ही इस तरह से दुनिया छोड़ जाएंगे।