आरयू वेब टीम। राष्ट्रीय लोकदल ने गुरुवार को भारतीय नागरिकता संशोधन बिल पारित होने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद ने कहा कि संसद द्वारा पारित भारतीय नागरिकता संशोधन देश के संविधान की पवित्रता व उसकी धर्म निरपेक्ष लोकतांत्रिक आत्मा पर नाजीवादी विचारधारा केे पोषक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ केे इशारे पर केंद्र सरकार द्वारा किया गया अक्षम्य अपराध है।
डॉ. मसूद ने कहा कि संसद द्वारा पारित विधेयक इस देश को पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना व सावरकर के राष्ट्रवाद का भाग-दो है। यह भारत के मुस्लिम समुदाय को दोयम दर्जे का नागरिक बनाने व वोटों के ध्ररुवीकरण के साथ संविधान के अनुच्छेद 14 की हत्या है।
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प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा की केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए आगे कहा कि धर्म व जाति के आधार पर लिए जा रहे निर्णय देश के धर्म निरपेक्ष लोकतांत्रिक ढांचे को तहस-नहस करने के साथ-साथ मुसलमानों को डराने का घिनौना षड़यंत्र है। ऐसा लगता है कि सत्ता के बल पर देश में हिटलरवाद को स्थापित किया जा रहा, जिसे संविधान व धर्म निरपेक्षता के आईने में धर्म निरपेक्ष हिन्दू समुदाय भी स्वीकार करने को तैयार नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम घुसपैठियों को संरक्षण देने के समर्थन में नहीं है, लेकिन धर्म के आधार पर पारित संशोधन हमारे धर्म निरपेक्ष संविधान की आत्मा तथा भारत की सभ्यता व संस्कृति पर गंभीर हमला है, जिसका गांधी जी के रास्ते पर चलकर पुरजोर विरोध किया जायेगा।
साथ ही उन्होंने ये भी आज दावा किया कि भाजपा सरकार हिन्दू-मुसलमानों में भाईचारा तोड़ने के साथ ही देश के वास्तविक मुददों जैसे महिला असुरक्षा, मंहगाई, बेरोजगारी व अपराध नियंत्रण में पूरी तरह असफल भाजपा संकीर्ण मानसिकता की राजनीति पर उतर आयी है।