आरयू ब्यूरो, लखनऊ। देश की राजधानी दिल्ली में लगातार हो रही हिंसक घटनाओं के बीच मंगलवार को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। सपा अध्यक्ष ने आज अपने एक बयान में कहा कि भाजपा को जातिवाद का नंगानाच करने में कोई संकोच नहीं। अपराध नियंत्रण में भी जातिवादी दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है। इसके चलते समाज में नफरत का जहर घुलता जा रहा है और आपसी सद्भाव तथा सौहार्द को क्षति पहुंच रही है। भाजपा जातिवादी पार्टी है।
अखिलेश ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि स्थिति इतनी बिगड़ गई है कि अब भाजपा के इशारे पर शिक्षा-स्वास्थ्य में भी जातिवादी व्यवस्था लागू है। भाजपा का इरादा समाज में अव्यवस्था पैदा कर कारपोरेट समाज का वर्चस्व स्थापित करना है। उसकी नीतियां गरीब, किसान और नौजवान विरोधी हैं। समाज में सबको उनकी संख्या के मुताबिक हक और सम्मान मिले इसके लिए सपा अरसे से जातीय जनगणना की मांग करती रही, लेकिन भाजपा कांग्रेस की तरह इसे मानने को तैयार नहीं है, क्योंकि तब उसका जातीय विभाजन का खेल खत्म हो जाएगा।
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सपा अध्यक्ष ने आज यह भी कहा कि, भ्रामक प्रचार कर लोगों को गुमराह करने का भाजपा-आरएसएस का एजेण्डा बहुत पुराना है। इसी की रणनीति बनाकर वह अपने सघन अभियान में जुट गई है। इससे देश का बना बनाया तानाबाना टूटेगा और समाज में विघटन की स्थिति पैदा होगी। लोकतंत्र के लिए यह खतरे का संकेत है।