आरयू ब्यूरो, लखनऊ। त्योहार के समय दर्जनों ट्रेंनों के निरस्तीकरण को लेकर शनिवार को राष्ट्रीय लोकदल ने भाजपा सरकार पर हमला बोला है। रालोद के प्रदेश प्रवक्ता सुरेंद्रनाथ त्रिवेदी ने केंद्र सरकार पर मिली भगत का आरोप लगाया है। साथ ही कहा कि रेलवे द्वारा बड़ी संख्या में ट्रेनों का निरस्तीकरण होना आम जनता के लिए परेशानियों के साथ-साथ जन जीवन को अस्त-व्यस्त करने वाला कदम है।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने देश में लगभग डेढ सौ ट्रेनें कारपोरेट घरानों को देने का मन बना लिया है, जिसकी शुरूआत तेजस ट्रेन के माध्यम से पहले ही हो चुकी है। जनता के भीतर साजिश के द्वारा सामान्य रूप से चलने वाली ट्रेनों के प्रति अविश्वसनीयता पैदा करने का कुचक्र केंद्र सरकार रेलवे विभाग के अधिकारियों के माध्यम से रच रही है।
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सुरेंद्रनाथ ने कहा कि होली जैसे त्योहार के अवसर पर सामान्य रूप से चलने वाली गाड़ियों के साथ ही स्पेशल ट्रेनों तथा विशेष बसों की आवश्यकता होती है। लोग इन सभी साधनों द्वारा अपने परिवारों के बीच पहुंचकर त्योहार मनाते हैं। राजधानी से बनारस, मेरठ, मथुरा, झांसी के साथ-साथ दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के निरस्तीकरण से जनता परेशान हैं।
प्रदेश प्रवक्ता ने हमला जारी रखते हुए कहा कि त्योहार के समय कुछ ट्रेने जो मेमो तथा पैसेंजर ट्रेनों के रूप में चलती है, उनमें आम जनता के साथ प्रतिदिन आवागमन करने वाले यात्री सफर करते रहतें हैं। लगातार डेढ़ महीने के लिए उन ट्रेनों का निरस्त किया जाना निश्चित रूप से साजिश के घेरे में ला देता है।
रालोद प्रवक्ता ने आगे कहा कि केंद्र सरकार निश्चित रूप से पूंजीपतियों और कारपोरेट घरानों के हित को साधने का काम करती चली आ रही है। निश्चित है कि पूर्ण बहुमत की सरकार के जनविरोधी कामों पर कोई लगाम विपक्ष नहीं लगा पाएगा। देश की जनता मंहगाई, बेरोजगारी, बदहाल कानून-व्यवस्था से पहले ही त्राहि ही कर रही है ऐसी दशा में साजिश और खिलवाड़ करना तथा जन जीवन को प्रभावित करना न्याय संगत नहीं नजर आता।