आरयू संवाददाता। अलीगंज के सेक्टर आठ में शनिवार को मूल रूप से केरल निवासी एक दंपत्ति के जान देने का मामला सामने आया है। आज पति मैथ्यू जोसेफ व उनकी पत्नी लूसी की लाश अलीगंज स्थित मकान में फंदे से लटकती देख लोगों को घटना की जानकारी हुई। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस को छानबीन के दौरान कमरे से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें दंपत्ति के जान देने की वजह अत्याधिक कर्ज में डूबा होना बताया गया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ ही अपनी जांच शुरू कर दी है।
मड़ियांव पुलिस के अनुसार मूल रूप से केरल निवासी मैथ्यू जोसेफ (60) पत्नी लूसी जोसेफ (58) के साथ अलीगंज सेक्टर आठ स्थित मकान में रहते थे, जबकि उनकी बेटी लोनी जोसेफ ब्रिटेन में रहती है। मैथ्यू स्टेबलाइजर का होलसेल व्यापार करते थे। आज सुबह सीतापुर रोड निवासी दंपत्ति की परिचित महिला आम्बली मिश्रा उनसे मिलने पहुंची तो डाइनिंग हॉल में रस्सी के फंदे के सहारे पंखे के कुंडे से पति-पत्नी की लाश लटक रही थी। यह देख आम्बली मिश्रा की चीख निकल गयी। दंपत्ति के सुसाइड की भनक लगते ही कुछ देर में आसपास रहने वालों की भीड़ लग गयी। इस बीच सूचना पाकर मौके पर स्थानीय मड़ियांव पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी देने के साथ ही शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
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इंस्पेक्टर मड़ियांव के अनुसार मैथ्यूज जोसेफ स्टेबलाइजर के होलसेल व्यापारी थे। कमरे से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उन्होंने कई लोगों से लाखों रुपए का कर्ज लेने व चुकाने में असमर्थता जताते जान देने की बात लिखी है।
लॉकडाउन बना आत्महत्या की वजह
वहीं सामने यह भी आया है कि पति-पत्नी के खौफनाक कदम उठाने के पीछे लॉकडाउन की भी अहम भूमिका है। आसपास के लोगों के अनुसार स्टेबलाइजर का व्यापार बढ़ाने के लिए मैथ्यू ने कई लोगों से कर्ज लिया था। पिछले साल मार्च में लॉकडाउन लगने के कारण धंधा ठप पड़ गया। मैथ्यू के कर्मचारी ने मीडिया को बताया कि गर्मी के सीजन में अच्छा व्यापार होता था, लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से काम नहीं चला। बाजार से लिया कर्ज भी उतारने का दबाव था। जिसके कारण मैथ्यू और लूसी काफी समय से परेशान थे।