आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ की शुरुआत की। इसके तहत प्रदेश के 18 मंडलों में अभ्युदय कोचिंग सेंटर खोले गए हैं, जो यूपी के गरीब बच्चों को अब आइएएस-आइपीएस बनने के लिए कोचिंग सेंटर्स की भारी-भरकम फीस अदा करना से आजादी मिलेगी।
कोचिंग की शुरूआत कर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने कोरोनकाल में कोटा में फंसे प्रतियोगी छात्रों व उनके अभिभावकों की छटपटाहट देखी थी। छात्रों को वापस लाने के लिए राजस्थान की सरकार ने हमें बसें नहीं दी थी। मैं उनकी पीड़ा नहीं देख सका था। इसलिए मैंने यहां अधिकारियों से कहा कि उनके लिए परिवहन निगम की बसें भेजें। अभ्युदय योजना में प्रदेश में कल मंगलवार से कक्षाएं शुरू होंगी।
जिन युवाओं का संक्षिप्त टेस्ट से सेलेक्शन हुआ है, उन्हें मंडल मुख्यालय में क्लास अटेंड करने का अवसर मिलेगा। पहले चरण में 50,000 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। हमारा प्रयास होगा कि एक करोड़ बच्चे एक समय में एक क्लास से जुड़ सकें।
योगी ने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि हम अपने प्रदेश के युवाओं के लिए कुछ सार्थक और नया करने जा रहे हैं। आज के अवसर पर मैं प्रदेश युवाओं को यही कहना चाहूंगा कि हिम्मत हारे बिना अपने लक्ष्य प्राप्ति की ओर बढ़ेंगे। सरकार पूरी मजबूती के साथ आपके साथ खड़ी है। सरकार आपकी प्रतिभा को एक मंच देने का ही कार्य नहीं करेगी, बल्कि एक योग्य योजक के रूप में हमारे वरिष्ठ अधिकारीगण देश और दुनिया की जो सबसे अच्छी फैकेल्टी होगी उसे आपके साथ जोड़कर आपके मार्गदर्शन के लिए ततपरता के साथ कार्य करेगी।
अभ्युदय योजना के लिए कोचिंग पाने वाले छात्रों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा। छात्रों को वेबसाइट abhyuday.up.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा। वेबसाइट पर जाने पर छात्रों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। जहां आठ तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं में रजिस्ट्रेशन करने का ऑप्शन होगा।