आरयू वेब टीम। मुंबई में एक मॉल में स्थित अस्पताल में भीषण आग लगने से कोविड-19 के दस मरीजों की मौत हो गई, 70 अन्य मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने स्थानीय मीडिया को बताया कि भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम्स मॉल सनराइज अस्पताल में आधी रात के कुछ देर बाद आग लग गई। यह अस्पताल पांच मंजिला मॉल की तीसरी मंजिल पर स्थित है। हादसे के वक्त कोविड-19 के मरीजों के अलावा और भी कई मरीज अस्पताल में थे। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम ने लोगों को बाहर निकाला।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में दस मरीजों की मौत हो गई। हांलाकि आग लगने की वजह का अभी पता नहीं चल सका है। माना जा रहा है कि ऑक्सीजन का सिलेंडर फटने से आग भड़क गई। दमकल की 20 गाड़ियों और पानी के 15 टैंकरों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दमकलकर्मियों ने मरीजों को बाहर निकाल लिया और उन्हें दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया। डीसीपी प्रशांत कदम ने मीडिया को बताया कि घटना में दो लोगों की मौत हुई है। आग मॉल के पहले फ्लोर पर लगी थी।
यह भी पढ़ें- दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस की बोगी में लगी भीषण आग, मची अफरा-तफरी
वहीं घटना की जानकारी के बाद मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर घटनास्थल पर पहुंचीं और उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई कि मॉल के अंदर अस्पताल है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहली बार किसी मॉल के अंदर अस्पताल देखा है।’’ अगर यहां अस्पताल चलाने में किसी तरह की अनियमितता पाई गई तो कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल ने अपने बयान में कहा, ‘‘ड्रीम्स मॉल, भांडुप की पहली मंजिल पर आग लगी और धुआं सबसे ऊपरी मंजिल पर बने सनराइज अस्पताल तक पहुंच गया। जब आग लगने का अलार्म बजा तो सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया क्योंकि धुआं अस्पताल तक पहुंच रहा था।’’ मरीजों को नजदीक के कोविड-19 केंद्र और निजी अस्पतालों में भेजा गया।’’
बयान में कहा गया है कि महामारी की ‘‘असाधारण परिस्थितियों’’ में पिछले साल यह अस्पताल शुरू हुआ और इसने कई जिंदगियां बचाने में मदद की। यह अस्पताल दमकल विभाग से मिले लाइसेंस, नर्सिंग होम लाइसेंस समेत सभी अन्य नियमों का पालन करते हुए चल रहा है। नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने अग्नि सुरक्षा नियमों का कथित उल्लंघन करने को लेकर पिछले साल नवंबर में मॉल को नोटिस भेजा था।